पृष्ठ:यंग इण्डिया.djvu/४४७

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कुछ प्रश्नोंका उत्तर


और असफल हो जानेसे ही उसके कर्तव्योंका अन्त नहीं हो जाता। मान लीजीये कि कोई आदमी भूला है और उसको भोजन न देकर आप केवल दिखौआ सहानुभुति उसके साथ जाहिर कर रहे हैं तो क्या उसे सन्तोष हो सकता है। उस समय या तो उसे भोजन दिया जाय या वह मर जायगा। ऐसी अवस्था उपस्थित हो जाने पर जहांसे हो सके खिलाफतके लिये भोजन सामग्री उपस्थित करनी चाहिये। भारत सरकार यदि चाहे नो आज खिलाफत आन्दोलनके नेतृत्वका भार ग्रहण कर प्रधान मन्त्री तथा ब्रिटिश केबिनेटसे जोर देकर कह सकती है कि मुसलमानोंके साथ जो प्रतिमा की गई है उसे पूरा कीजिये और उसे करना पड़ेगा। जब मिस्टर लायड जार्जने पूर्ण वेवफाईके साथ मुसलमानोंके साथ विश्वासघात किया तो क्या उस समय भारत सरकारने इस विश्वासघातका विरोध करते हुए अपने पदसे स्तीफा दे दिया ? भारत सरकारने गुप्त खरीतोंकी आड़में अपनेको क्यों छिपाया ? लार्ड हार्डिञ्जने इससे कम भयानक अवस्था में वह काम किया जिसे

राजनैतिक मामलोंमें विवेकशून्य अदूरदर्शिता कह सकते हैं। उन्होंने खुले शब्दोंमें दक्षिण अफ्रिकाके निष्क्रिय प्रतिरोधियों के साथ सहानुभूति दिखलाई और इस प्रकार भारतमें क्षोभकी बढ़ती ज्यालाको शान्त किया, यद्यपि इसके लिये उन्हें दक्षिण अफि- काकी केबिनेट और ग्रेट ब्रिटनके कुछ आदमियोंके क्रोधका पात्र बनना पड़ा। भारत सरकारने अधिकसे अधिक जो कुछ किया