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खिलाफत की समस्या


पूरा पूरा भाग लेंगे । इस जलूसकी सफलता इसीमें है कि वह निहायत शान्ति के साथ स्वेच्छापूर्वक किया जाय और अगर हमने ऐसा किया तो हमें पुलिस या फौज की कुछ भी जरूरत न होगी । भारत जब सत्याग्रह के सिद्धान्त को स्वीकार कर लेगा, हवाई जहाज हमें डरा न सकेंगे, और जब हम कोलाबा या अन्य स्थानों की मैशीनगनों को उपयोग में लाने का मौका न देगे तो उनके ऊपर मिट्टी जम जायगा, उन पर घास उग आवेगी और हमारे लड़के उम पर खेलेंगे ।

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नया मार्ग

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( अप्रेल १४, १९२० )

विगत २२ मास से खिलाफत के प्रश्न का आन्दोलन भारत और इङ्गलैंड में किया जा रहा है । प्रारम्भिक अवस्था में यहांसे अधिक आन्दोलन इङ्गलैण्ड में किया गया । मुसलमानों का जो डेपुटेशन इङ्गलैण्ड गया था उसने सन्धि परिषद को मुसलमान धर्म के अनुसार इन बातोंको खूब समझाया । जनता तथा ब्रिटिश मन्त्रिमण्डल के सामने भी उन्होंने अपनी असली अवखाका विवरण रखा । इन अनुल परिश्रमों की असफलता तथा पेरिसको