पृष्ठ:यंग इण्डिया.djvu/८८

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आग्रह कर चुकी है, पर उसे खेद है कि अभी तक बहुत थोड़े ऐसे अभियोग चलाये गये हैं। भारत सरकार प्रान्तीय सरकारों को भली-भांति समझा चुकी है कि वह नेताओं पर असहयोग की शिक्षा देने के ही लिये क्यों अभियोग नहीं चलाती। पर वह प्रान्तीय सरकारों को फिर समझा देना चाहती है कि दूसरों पर अभियोग चलाने में यह कारण बाधक नहीं हो सकता।

(५) कानून का सम्मान करना। भारत सरकार को कई ऐसे उदाहरणों का पता है जबकि बहुत से लोगों ने मजमा कायम कर ऐसे काम किये हैं जो स्पष्टतया कानून के विरुद्ध थे। ऐसी बातों का अगत्या परिणाम यह होता है कि लोगों के दिलों में कानून और अमन के लिये जो सम्मान है वह कम हो जाता है।"

अन्धाधुंध दमन ।

इस परामर्श के बाद प्रान्तीय सरकारों का एक साथ ही दमन में प्रवृत्त हो जाना कोई आश्चर्य की वात न थी। उन्होंने इन हिदायतों को अपने जिले के कर्मचारियों के पास जिन सर्कुलर पत्रों द्वारा भेजा उनमें भारत सरकार के सर्कुलर पर भी नमक-मिर्च लगाया गया। बिहारका प्रसिद्ध रेनी सर्कुलर इसका उदाहरण है। केवल सेडिसस मीटिंग्ज एक्ट (राजदोही समावरोधक कानून ) और क्रिमिनल ला एमेण्डमेण्ट