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पृष्ठ:रसकलस.djvu/६१४

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कहानी-कला इस पुस्तक में कहानियों की रचना कैसे होती है, इसका आकर्पक ढंग से, एक-एक बात का प्रेमचन्द जी तथा 'प्रसाद' जी आदि प्रसिद्ध कहानी-लेखको की कहानियों मे से उद्धरण देकर वर्णन किया गया है। जो लोग कहानी लिखना सीखना चाहते हैं उनके लिये यह पुस्तक बहुत उपयोगी है । मूल्य ११) वैदेही-वनवास यह 'हरिऔध' जी की करुण-रस-प्रधान सर्वश्रेष्ठ रचना है। पुस्तक पढ़ते-पढ़ते आप करुण-रस के सागर में इतने निमग्न हो जायेंगे कि आपकी आँखों से ऑसू गिरने लगेगे। लेखक ने एक-एक पंक्ति इसकी ऑसू पोंछ-पोंछ कर लिखी है। ग्रंथारंभ में काव्य-संबंधी अनेक बातो का दिग्दर्शन कराते हुए लेखक ने २५ पेज की भूमिका भी लिखी है। सभी पत्र-पत्रिकाओं ने इस पुस्तक की मुक्तकंठ से प्रशंसा की है। सचित्र व सजिल्द पुस्तक का मूल्य २१) मिलने का पता- हिंदी-साहित्य कुटीर, बनारस