पृष्ठ:राजसिंह.djvu/२२०

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

श्य ] पाँचवाँ अंक २०५ फौज बहुत कम है । यहां की तमाम फौज बेतरतीबी से बिखरी हुई है। वह जल्दी और गुस्से में देश में घुसता ही जायगा। हम उसे पोंजरे में फ्रांस कर खतम कर देंगे। अब जाइए आप अपनी योजना काम में लाइए। सब-जैसी आज्ञा। (जाते हैं)