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अमेरिकाका नया साम्राज्यवाद ४३१ जन्म होता है जो संसारमे शान्ति स्थापित होने नहीं देता । पूंजीवाद किसी-न-किसी अवस्थामे जीवित रहता चला आया है । यदि एक पूंजीवादी राष्ट्रका नाश होता है तो दूसरा बलशाली होकर उसका स्थान लेता है । आज अमेरिकाका नया साम्राज्यवाद आगे या रहा है । अमेरिका मे भी प्रेसिडेण्टकी नीतिके विरुद्ध आवाज नही उठ रही है । यह कुछ कम परेशान करनेवाली वात नहीं है।' १. 'जनवाणी' जून, सन् १९४७ ई०