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पृष्ठ:विदेशी विद्वान.djvu/८३

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विलियम हार्स्ट


के उपकार के लिए। कमलापति होने पर भी उनमें अभि- मान छू तक नहीं गया। बे बड़े ही सीधे-सादे, श्रमसहिष्णु, दृढ़-सङ्कल्प, शान्त, दयालु और न्यायप्रिय हैं। वे तम्बाकू या मदिरा कभी नहीं पीते। घुड़दौड़ या और किसी खेल का उन्हे शौक नहीं। नाच, गान, सैर, शिकार से सदा दूर रहते हैं। धनवानों से कम मिलते हैं। साधारण मनुष्य ही उनके मित्र हैं। एक मामूली मकान में रहते हैं और अपने काम से काम रखते हैं।

क्या हार्स्ट साहब के चरित्र से हम लोग कुछ शिक्षा नहीं प्राप्त कर सकते ?

[ फरवरी १९०९


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