पृष्ठ:विनय पिटक.djvu/६०२

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! - ! ? - १०१५।३ ] उपसम्पदाकी कार्यवाही [ ५३३ थीं, उत्तर नहीं दे सकती थीं। भगवान्से यह बात कही ।-- "भिक्षुओ ! अनुमति देता हूँ, पहले अनुशासन दे (=सिखा) करके, पीछे अन्तरायिक बाधक बातोंके पूछनेकी।" वहीं संघके वीचमें अनु शा स न करते । उपसंपदा चाहनेवाली ( फिर ) उसी तरह चुप रह जाती थीं, मूक हो जाती थीं, उत्तर न दे सकती थीं । भगवान्से यह बात कही।-- "भिक्षुओ ! अनुमति देता हूँ, एक ओर ले जाकर विघ्नकारक वातोंके अनु शा स न करने- की; और संघके बीचमें पूछनेकी और भिक्षुओ ! इस प्रकार अनुशासन करना चाहिये--पहले उपाध्याय ग्रहण कराना चाहिये । उपाध्याय ग्रहण करा पात्र - ची व र को बतलाना चाहिये-- "यह तेरा पात्र है, यह संघाटी, यह उत्तरा-संग, यह अन्तरवासक, यह संकच्चिक (=अंगरखा), यह उदक-शाटी (=ऋतु वस्त्र) है। जा उस स्थानमें खळी हो।" तब उस उपसंपदा चाहनेवालीके पास जाकर ऐसा कहना चाहिये । अमुक नामवाली ! सुनती हो ? यह तुम्हारा सत्यका काल भूतका काल है। जो जानता है संघके बीच पूछनेपर है होनेपर "है" करना चाहिये, नहीं होनेपर "नहीं" कहना चाहिये । चुप मत होजाना, मूक मत हो जाना, ( संघमें ) इस प्रकार तुझसे पूछेगे-- (१) तू निमित्त-रहित तो नहीं है ,०, (२४) तेरे पास पात्र-चीवर (संख्या) पूरे तो हैं ? तेरा क्या नाम है ? तेरी प्रवर्तिनीका क्या नाम है ? ३. (उस समय अनुशासिका और उपसंपदा चाहनेवाली दोनों) एक साथ (संघमें) आती थीं। ( भगवान्से यह बात कही ) "भिक्षुओ ! एक साथ नहीं आना चाहिये ।" 73 उपसम्पदाकी कार्यवाही "अनुशासिका पहले आकर संघको सूचित करे- क. आर्यो ! संघ मेरी ( वात ) सुने ! यह इस नामकी इस नामवाली आर्याकी उपसंपदा चाहनेवाली शिप्या है। मैंने उसको अनुशासन किया है । यदि संघ उचित समझे तो इस नाम- वाली ( उपसम्पदा चाहनेवाली ) आवे। 'आओ !' कहना चाहिये । (फिर) एक कंधेपर उत्त रा संघ को करवाकर भिक्षुणियोंके चरणोंमें वंदना करवा उकळू बैठवा, हाथ जोळवा, उप- संपदा के लिये याचना करवानी चाहिये- या च ना (१) आर्ये ! संघसे उपसंपदा माँगती हूँ। आर्ये ! संघ अनुकंपा करके मेरा उद्धार करे। (२) दूसरी बार भी। (३) तीसरी बार भी याचना करवानी चाहिये--आर्ये ! संघसे उपसंपदा माँगती हूँ। आर्ये ! संघ अनुकंपा करके मेरा उद्धार करे । (फिर) चतुर समर्थ भिक्षुणी संघको ज्ञापित करे-- भन्ते ! संघ मेरी सुने-- यह इस नामवाली इस नामवाली आर्याकी उपसंपदा चाहनेवाली शिष्या है । यदि संघ उचित समझे तो इस नामवाली ( उम्मेदवार )से विघ्नकारक बातोंको पूर्वी । मुनती है इन नामवाली ! यह तेरा सत्यका ( भूतका ) काल । जो उसे पूछती हूँ। 1 -