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वेनिस का बांका
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समय पर वे लोग कोई ऐसा बल डाल दें जिससे उनकी सारी युक्तियाँ मिट्टी में मिल जाँय। इस कार्य्य के सफल होने का भार वे डाकुओं पर डाले हुये थे और इस कारण से जिस समय उनको चारों डाकुओं के फाँसी पाने की बात ज्ञात हुई, वे अत्यन्त घबराये और उन्होंने यह समझा कि अब उनकी सम्पूर्ण आशायें विनष्ट हो गईं। परन्तु इस बात को सुन कर उनको जितनी ब्यग्रता हुई थी उतनाही हर्ष उनको उस समय प्राप्त हुआ जब कि अविलाइनों ने सम्पूर्ण बेनिस को सावधान कर दिया कि अब तक बेनिस में डाकुओं का चचा विद्यमान है, जो बिद्रोही चाहे उससे सहायता ले। विज्ञापन के देखते ही वेलोग मारे हर्ष के उछल पड़े और एक मुँह से कह उठे कि यही मनुष्य हमारे गँवका है। उस दिनसे उनको यह चिन्ता हुई कि जैसे सम्भव हो अबिलाइनों को अपना सहायक बनाओ। यह अभिप्राय उनका अति शीघ्र सफल होगया क्योंकि एक तो वे उस दुष्ट की खोज में रहते थे और दूसरे वह स्वयं उनसे मिलना चाहता था, अतएव थोड़े ही दिनों में वह उनके समाजों में सम्मिलित होने लगा परन्तु प्रत्येक कार्य के लिये उनके बूते से अधिक पुरस्कार माँगता था।

परोजी आर उसके सहकारी सबके प्रथम कुनारी का नाश चाहते थे क्योंकि उसका सम्मान नृपति महाशय के निकट और लोगों से अधिक था और उन्होंने पादरी गान्- जेगाके स्थान पर उसको राज्य के एक बड़े पद पर नियुक्त किया था। इसके अतिरिक्त उस पुरुष के चातुर्य्य से वे प्रत्येक समय कांपते रहते थे। कि ऐसा न हो कि कहीं वह भेद जान ले और हमलोगों की सम्पूर्ण आशाओं को मिट्टी में मिला दे। इन कारणों से उन्होंने अबिलाइनो से कुनारी के मार डालने की कामना प्रगट की, परन्तु वह उसी एक व्यक्ति के लिये बहुत