पृष्ठ:वेनिस का बाँका.djvu/१४८

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एकविंशति परिच्छेद
 

एक उच्चकर्मचारी―मैं समझता हूँ कि फ्लोडोआर्डो अपनी प्रतिज्ञा कदापि पूरी न कर सकेगा, अबिलाइनो का पकड़ना तनिक टेढ़ी खीर है'।

द्वितीय कर्मचारी―'परन्तु कल्पना कीजिये कि उसने इस कार्य को सिद्ध किया, तो फ्लोडोआर्डो वेनिस पर बहुत बड़ा उपकार होगा।

तृतीय कर्मचारी―'उपकार' धन्य! इतना बड़ा उपकार होगा कि हम सब उसके बोझसे दब जाँयगे मैं नहीं जानता कि उसका प्रतिकार क्योंकर किया जायगा'।

अंड्रियास―'इस कार्य का भार मेरे ऊपर है, फ्लोडोआर्डो ने रोजाबिला से विवाह करने की प्रार्थना की है अतएव यदि उसने प्रतिज्ञा पालन कर दिखायी, तो रोजाबिला उसकी है।'

इस पर सब लोग एक दूसरे को देखने लगे, कोई तो हृदय में अत्यंत प्रसन्न हुआ और किसी को आवश्यकता से अधिक इस बात का संताप हुआ।

फलीरी―(धीरे से) 'परोज़ी देखो क्या होता है।

मिमो―'हे परमेश्वर रक्षा कीजियो केवल इतना सुन कर ही मुझे तप चढ़ आया है।'

परोजी―(तुच्छता से मुसकान पूर्वक) 'जी यह भी संभव ही तो है कि अबिलाइनो अपने को आप पकड़वा देगा।'

काण्टेराइनो 'क्यों महाशयो तनिक यह तो कथन कीजिये कि किसी ने अबिलाइनो को अवलोकन भी किया है, कई व्यक्ति अचाञ्चक बोल उठे 'नहीं महाशय मैंने तो नहीं देखा है।

एक कर्मचारी―'अजी उसे मनुष्य क्या राक्षस समझना चाहिये क्योंकि जब उसकी आशा नहीं होती तब वह आकर उपस्थित होता है।

अंड्रियास―'और जब मेरे सामने वह आया उस समय