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पृष्ठ:वेनिस का बाँका.djvu/१४९

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वेनिस का बाँका
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की बातों से तो आप लोग पूर्णतया अभिज्ञ हैं।'

मिमो―'मैंने इस दुष्टात्मा के विषय में नाना प्रकार के उपाख्यान सुने हैं, जो एक से एक अधिकतर विचित्र हैं, मैं तो समझता हूँ कि वह पुरुष नहीं है वरन किसी दुष्टात्मा असुर ने लोगों को संतप्त करने के लिये मनुष्य का स्वरूप ग्रहण किया है, मेरे विचारानुसार तो उसका यहाँ लाना कभी उचित नहीं क्योंकि वह हम सबको एक साथ ग्रीवा दबा कर नाश कर सकता है॥

स्त्रियाँ―'ऐ कृपालु जगदीश्वर तू कृपा कर! क्या सत्य कहते हो? वह इसी आयतन में हम लोगों का नाश कर देगा॥'

काण्टेराइनों―'अच्छा पहले मुख्य बात के विषय में तो विचार कर लीजिये अर्थात् यह कि फ्लोडोआर्डो उस पर विजयी रहेगा अथवा वह फ्लोडोआर्डो पर! मैं प्रण करके कहता हूँ कि अबिलाइनों के सम्मुख फ्लोडोआर्डो की एक युक्ति भी कार्यकर न हो सकेगी॥'

एक माननीय कर्मचारी। और मैं कहता हूँ कि यदि वेनिस में कोई व्यक्ति अविलाइनो को परास्त कर पकड़ सकता है तो वह फ्लोडोआर्डो है। पहले ही जब वह मुझसे मिला मैंने भविष्यत् कहा था कि एक न एक दिन वह कोई ऐसा कार्य करेगा जिससे उसका नाम चिरस्मरणीय होगा॥'

दूसरा कर्मचारी―मैं भी आपसे सहमत हूँ और आप ने जो कहा है उसका अनुमोदन करता हूँ क्योंकि फ्लोडोआर्डो का स्वरूप ही साक्षी देता है कि वह यशस्वी होगा।

काण्टेराइनों―'मैं एक सहस्र स्वर्ण मुद्रा की बाजी लगाता हूँ, कभी फ्लोडोआर्डो अबिलाइनों को पकड़ न सकेगा, हाँ मृत्यु ने उसको प्रथम ही से अपने हस्तगत किया हो तो दूसरी बात है'॥