पृष्ठ:वेनिस का बाँका.djvu/१७९

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सदन की विशेषताएँ


१―सदनकी प्रत्येक पुस्तक बड़े-बड़े विद्वानों द्वारा उसकी उपयोगिता, आवश्यकता और समयानुकूलता, लेखन, प्रति- पादन तथा सम्पादन-शैली की उत्तमता आदि सिद्ध हो जाने पर ही प्रकाशित की जाती हैं।

२―सदन की पुस्तकें सभी समाजों तथा विचारों के स्त्री-पुरुषों- के लिए समान रूप से उपयोगी होती हैं। सदन की पुस्तक- मालाओं में अश्लील अथवा अपाठ्य पुस्तकों की स्थान नहीं दिया जाता।

३―सदन की पुस्तकें प्रत्येक शिष्ट समाज, लाइब्रेरी, स्कूल, कालेज आदि में संग्रहणीय तथा विद्यार्थियों को उपहार में देने योग्य होतो हैं।

४―सदन की पुस्तकें अन्य पुस्तक-प्रकाशकों की पुस्तकों की अपेक्षा बहुत सस्ती होती हैं। जिन सज्जनोंको इसमें सन्देह हो, उन्हें इस विषय के किसी अनुभवीसे जाँच कर अपना भ्रम दूर कर लेना चाहिए।

५―सदन की ग्राहक-संख्या की वृद्धि के साथ उसकी पुस्तकों- का मूल्य बराबर कम होता जा रहा है। प्रकाशित पुस्तकें इसका प्रमाण हैं।

६―सदन के स्थायी ग्राहक अपनी इच्छा और रूचि के अनुसार सदन की कुल अथवा कोई पुस्तक या पुस्तकें ले सकते हैं। अन्य ग्रन्थमालाओं की भाँती हमारे यहाँ इसका कोई बन्धन नहीं है।