पृष्ठ:वेनिस का बाँका.djvu/३७

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वेनिस का बांका
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द्वारा निर्मित है! जिस मनुष्य के शरीर में यह प्रविष्ट होगा उसकी मृत्यु निश्चित है। घायल करने के साथ ही चाहिये कि कटार उसके भीतर तोड़ दिया जाय, तत्काल घाव भर जावेगा और कटार का खण्ड प्रलय पर्यन्त बाहर न निकल सकेगा। यह तीसरा कटार बड़ी युक्तिसे निर्माण किया गया है क्योंकि इसके भीतर एक छिद्र में हलाहल विष भरा है। ज्योंही इससे शरीर क्षत विक्षत हो तत्काल इस तिकठी को दबाये, विष घाव के मार्ग से सम्पूर्ण शरीर में फैल जायगा और मनुष्य का जीवन समाप्त कर देगा । इन तीनों कटारों को लो और स्मरण रक्खो कि मैंने तुमको वह पूंजी अथवा मूलधन दिया है जिसके सहारे समृद्धिशाली हो जाओगे।

अबिलाइनो ने उनको ले लिया, परन्तु उसने किसी निरापराधी का प्राण आज तक धोखे से नहीं लिया था, इस लिए उसका हाथ कांपने लगा।

अबिलाइनो-इन शस्त्रों के बल से तो तुमने लक्षों मुद्रायें हरण कर अपना घर भर दिया होगा।

यह सुनते ही माटियो ने क्रोधित होकर नाक भौं चढ़ाई और रुखाई से कहा 'अरे दुष्टात्मा हमलोग जानते ही नहीं कि अपहरण करना किसे कहते हैं। ऐं क्या तू हमलोगों को साधारण डाकुओं, बोरों, गिरहकटों, और हीन श्रेणी के दुष्टात्माओं के समान समझता है?

अविलाइनो-अच्छा तो ज्ञात हुआ कि कदाचित् तुम्हारी यह चाह है, कि मैं तुमको इनसे भी नीचतर समझू, क्योंकि सच पूछो तो उस प्रकार के लोग तुमसे लक्षगुण उत्तमतर हैं,इस कारण से कि वे लोग तो केवल मनुष्यों की थैली का रिक्त कर देते हैं जिसका फिर मरजाना सम्भव है, परन्तु जो वस्तु हमलोग दूसरों से ले लेते हैं वह एक अनुपम रत्न है