पृष्ठ:शिवसिंह सरोज.djvu/१९

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

अब इस समय बहुधा कविलोग नीचे लिखे हुए ग्रन् को पते हैं । पिंगलों में सुखदेवमिश्कृत वृत्तविचार, दविचार, ताजुिलअलीमका, भिखारीदासकृत छदाएंव । साहित्य में कापशिभूपणफ़तेहमाश्रा, रसकनोल, काव्यकल्पढ;काव्यसरोज; कबिलिकल्पतरुकविवल्लभ, व्यंग्यपचासा) और शृंगार अलंकार में भाषाभूपएरसरहस्य, रसिकमिया, कधिनिया। सभाप्रकाश, काव्यरसायन, काध्यविलाल, रूपविलास, व्यंग्यार्थकौमुदी, अल- कार भादव इत्यादि । शिवांसेह सेंगर इन्स्पेक्टरलिस ज्येष्ठ१३)लंवत् ११४ मुक अधमुम कथा. . ला