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शिवा बावनी

३. शिवा बावनी भावार्थ सूबेदार बहादुर खां ने निरुत्साह हो लोगों से पूछा कि अब कोई उपाय बताओ। अच्छे अच्छे किले तो सभी शिवा जी ने अपने अधीन कर लिये है। भूषण कहते हैं कि इस पर सब लोग बोल उठे, 'श्राप कहां भूले हैं ?' यशस्वी शिवाजी संसार भर में प्रख्यात हैं। उनके मारे जोधपुर नरेश जसवंत सिंह और शाइस्ता खाँ, जिन्होंने पूना में अपना अड्डा जमा लिया था, अपना सिंह-पद छोड़ गीदड़ की तरह भाग गये। (फिर आपकी तो गिनती ही किस में है ?) टिप्पणी संवत १७२० में औरंगजेब ने जसवंत सिंह और शाइस्ताखां को पना में शिवाजी का जोश कम करने को एक लाख फौज के साथ भेजा था। शिवानी ने अपने प्रचंड बल से इन्हें परास्त कर दिया था। मबा-सुवेदार । वादर खान ( वहादुर खां ) गुजरात का स्वेदार । व्यौंत=उपाय । दुग्ग-दुर्ग, किला। साइतखान-शाइस्ता खां । गीदर पानी सियार का काम, डरपोक पन। कवित्त-मनहरण । जोरि करि जैहैं जुमिला हू के नरेस पर, तोरि अरि खंड खंड सुभट समाज पै । भूषन असाम रूम बलख बुखारे जैहैं, चीन सिलहट तरि जलधि जहाज पै ॥