पृष्ठ:श्रीभक्तमाल.pdf/२८४

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२६५ . . भक्तिसुधास्वाद तिलक । - स्वामी अनन्त श्रीरामानुजजी का समय-- .. | कलि विक्रमी ईसवी शकः । गत वर्ष । · जन्म ४११८, २०७४/१०१७/६३६ ७६७. । । परधाम । ४.२३८/११६४/११३७०।१०५ वर्तमान ५००५१६६११६०४/१८२६ वय १२० वर्ष

"कल्यऽब्देषु प्रयोतेष्वाहवंसुनिशानार्थचन्द्रोब्धिसंख्ये वायाते

पिंगलाब्दे सवितरिःच गते. मेषराशि मृगांक ॥ आस्थे कान्तिमत्यां हरितकुलमणेः केशवाख्यदिजाग्याच्छीमत्यां भूतपुर्यामथ, धरणितलेऽ भूत्स रामानुजार्यः ॐ ॥ १ ॥ ("विष्णुचिह्न) पिगंल नाम संवत्सर में मेष संक्रान्ति के पीछे आर्दा नक्षत्र में कान्ति- ती माता के गर्भ से हारितगोत्री केशव नाम याज्ञिक ब्राह्मण से श्रीरामानुजजी प्रगट हुये ॥ • भाष्यकार सम्प्रदाय शिरोमणि (श्रीलक्ष्मीपद्धति) के प्रसिद्धकर्ता संसारसागर के लिये दीर्घनाव, भक्तजनों के कल्पतरु, श्रीभक्तिरूपी भूमि को स्थिर रखने के लिये दिग्गज, भागवतधर्म के प्रचार तथा प्रकाश के हेतु सूर्य के समान, स्वामी अनंतश्रीयतीन्द्र रामानुज महाराज- जी के रूप से श्रीशेषजी, भगवान की आज्ञा से, पृथ्वी पर द्राविड़ देश में कांचीपुरी के पास श्रीकावेरीगंगा के तट भूतनगरी” ग्राम में आपके जन्म को भी ११३७ ही Karm, M.A;" भुशी Mic" लिखी है !! 'हरप्रसाद शास्त्री MA." तथा Moni. century ईसबी वारवाया है, केवल १३ वर्षे आपके जन्म को "आठसौ वर्ष से अधिक (८५७) हुए"। ऐतिहासिक तत्ववेत्ता 'हरप्रसाद शास्त्री एम० ए०" ने भी ११३७ ही ( ईसवी) आपके परधाम का समय लिला है, HDr.WW HunterM.A." तथा "A.CMukerji, M.A," मुन्शी श्रीतपस्वी रामजी और "R.C Datta," इन सब ही ने ("12th. century ईसबी वारहवी शताब्दी)" लिखी है। Dr. W. W. Hunter, ने ११३७ की-जगह सीधे-सीधे ११५० लिख दिया है, केवल १३ वर्ष मात्र का भेद (इतने मे ) भेद है क्या? अपने ग्रन्थों से ११३७ ही ठीक है। i. श्रीयतीन्द्रजी के यशश्री "प्रपन्नामत" में देखिये।।