पृष्ठ:संक्षिप्त हिंदी व्याकरण.pdf/१०२

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६ ९२ ) { ४) कई-एक संज्ञाओ और विशेषणो में "आ" जोड़ा जाता है । s इंद्र-इंद्राणी 'रुद्र-रुद्राणी भवनवानी ब्रह्म –ब्रह्माणी ( ५ ) कई एक संज्ञाओ के नाम में आनी” जोड़ते हैं । ( ६ ) कई एक संज्ञाओं के भिन्न-भिन्न अर्थवाले दो दो स्त्रीलिंग होते हैं; जैसे, आचार्य-आचार्या ( वेदमंत्र सिखानेवाली ) चायणी ( आचार्य की स्त्री ) उपाध्याय-उपाध्याय ( शिक्षिका )। उपाध्यायानी ( उपाध्याय की स्त्री ) क्षत्रिय क्षत्रियी ६ क्षत्रिय की स्त्री ) क्षत्रिया, क्षत्रियाणी ( उस जाति की स्त्री ) उर्दू-शब्द ( १ ) अधिकाश उडू पुलिग संज्ञाओं में हिंदी प्रत्यय लगाए जाते। हैं, जैसे, शाहजादा-शाहजादी , फकीर-फकीरनी शेर ---शेरनी, मुसलमान-मुसलमाना तर-asaiमेहतरानी मुला-मुल्लात्ती ( ३ ) कई एक अरबी शब्दो में अरबी प्रत्यय ह’’ जोड़ा जाता। है, जो हिदी मे “अ” हो जाता है, जैसे, वालिद----वालिदा | साहिब-साहिबा. मालिक----मालिका खालू---खाला अंग्रेजी शब्द (३) अँग्रेजी संज्ञाकों का स्त्रीलिंग बहुधा 'इनलगाकर बनाते हैं जैसे, माटर-मास्टरिन इंस्पेक्टर-इंस्पेक्टरिन डाक्टर-डाक्टरिन कपाउंडर---कंपाउंडरिन