पृष्ठ:संक्षिप्त हिंदी व्याकरण.pdf/१२५

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( ११५ ) । आप—निजवाचक सर्वनाम, वह सर्वनाम के बदले आया, अन्य पुरुष, पुल्लिग, एकवचन, क-कारक इसकी क्रिया गिरता” वह | का समानाधिकरण । । उसमें निश्चयवाचक सर्वनाम (६गाढ़ा संज्ञा के बदले आया, अन्य पुरुष, पुल्लिग, एकवचन, अधिकरण कारक, इसकी क्रिया गिरता है। अभ्यास , १-नीचे लिखे वाक्यो में सर्वनामो की पूर्ण व्याख्या करो--- । ', मेरा प्यारा भक्त वह है जो किसी से द्रोह नहीं करता है। जो जिसके गुण को जानता है वह उसे आदर देता है। आप कृपा कर उन्हें मेरे पास | भेज देवें, अथवा अपने पास बुला लेवें । ऐसा कौन होगा जो अपनी आत्मा से विरोध करेगा ? क्या कहे, कुछ कहा नहीं जाता । अपनी माता | के सिवा अपना कोई नहीं है। सबकी अपनी-अपनी पड़ी है। इसमें कुछ | संदेह नहीं कि जिसका जिसपर सत्य प्रेम होता है वह उसे मिलता है । - एक आता है, एक जाता है। ऐसा कहना अपको शोभा नहीं देता । डाल ' सातवाँ पाठ विशेषण का रूपांतर छोटा लड़का पेड़ छौटी , लड़की बड़ी लड़के बडे पत्ते १६६-हिंदी में आकारांत विशेषण विशेष्य के लिग-वचन और कारक के अनुसार बदलते हैं पर उनमे कारक की विभक्तियाँ नहीं लगती है। अकारांत विशेषण को छोड़ दूसरे विशेषणों में कोई विकार नहीं होता; "जप्त, गोल मुँह, गोल टोपी; भारी बोझ, भारी लकड़ी, सुंदर पुरुष, सुंदर स्त्री । छोटे