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राग काफी
- इस राग में सात स्वर लगते हैं।
- इस राग में 'ग', 'नी' कोमल सब स्वर शुद्ध लगते हैं।
- इस राग का वादी स्वर "प" है।
- इस राग का संवादी स्वर "स" है।
- इस राग के गाने बजाने का समय आधी रात का है।
- आरोही = स रे ग॒ म प ध नी॒ सं
- अवरोही = सं नी॒ ध प म ग॒ रे स
- पकड़ = सस रेरे ग॒, मम प
( ताल तीन मात्रा १६ )
समतालीखालीताली
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