पृष्ठ:संगीत-परिचय भाग २.djvu/५५

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

(६२.) भजन सुरदास ताल तीन स्थाई o रेम प --म न धधभग कृष्ण-ना रे ग स नी म कहि स सरमप || ली- रे ग स स रे-मन प ध प म गुरु के- बचन अ स रे मम नी-संसं ट ल करि मान्हीं नी-नी नी सा-धू स मा-ग म नी ध प- की-जे- स र म प रे -मन अन्तरा म मगर गग स- गुनि ये- रे रे मम प प प- नीनी नीनी नी सं- भ गति भा गवत- और क हा-कार्य पनी संरे की-ई- सं नो धप रें रें रें रें-मं मं -जे कृष्ण-ना -म विनू -नी सं- नी नी नीसं सं-नी ध -दिही- वि र था- जन मचा प मगर जी-जे-