पृष्ठ:संगीत विशारद.djvu/४७

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  • मगीत विशारद *

इस प्रकार यदि किसी स्वर का गुणातर हम मालुम हो तो पड़ज की आदोलन सरया २४० को उसमे गुणा कर देने से उस स्वर की आदोलन सख्या निकल पाती है। चाहें जिस स्वर का आदोलन सरया निकाली जाय, किंतु पडज की मदद विना वह नहीं निकल सकेगी क्योंकि पडज ही सब स्वरों का आधार है। तार की लम्बाई के नाप से भी स्वरों का गुणातर निकल आता है । जैसे पडज के तार की लम्बाद ३६ इन्च है और मध्यम की लम्बाई २७ इन्च है। अब हमने इसका गुणान्तर निकाला तो ३६ में ७ का भाग दिया, इसका अर्थ ह । प्रकार पड़ज और मव्यम मे ४ ३ का या १का स्वरान्तर है । अव इसी गुणान्तर या स्वरान्तर को लेकर मध्यम स्वर की आन्दोलन सरया मालुम की जावे तो इस प्रकार निकलेगी १x१०=३०० क्योंकि पडज की मानी हुई आन्दोलन सख्या २४० है और पडज मध्यम का स्वरान्तर है इसलिये को २४० से गुणा करके आसानी से मध्यम की आन्दोलन सख्या ३०० निकल आई। इमी प्रकार पचम की आन्दोलन सख्या निकालने के लिये सा=३६इ च, प=०४ इच इनका स्वरान्तर हुआ ३१ यानी ३ इसको पडज की आन्दोलन सरया २४० में गुणा कर दिया तो ३४.४०=३६० 'प' की आन्दोलन सरया निकल आई। यह तो हुआ स्वरी की लम्बाई से आन्दोलन सस्या निकालने का नियम । अव यह बताते हैं कि आन्दोलन सरया से स्वरों की लम्बाई किस प्रकार निकलती है अान्दोलन संख्या से लम्बाई निकालना अगर दो स्वरों की आन्दोलन सरया हमे मालुम हो तो उनकी लम्बाई भी निकाली जा सकती है और यदि उनमे से एक ही स्वर की लम्बाई मालुम हो तो गुणातर (स्वरान्तर ) निकाल कर लम्बाई मालुम की जायेगी। उदाहरणार्थ-पडज और मध्यम की आन्दोलन सस्याओं से हम म यम स्वर को लम्बाई मालुम करनी है, तो इस प्रकार करेंगेपहज-20" मध्यम ३००" इनसा गुणान्तर हुआ ३४= इस गुणान्तर का पडज की लम्बाई ३६ इश्च में भाग दिया गया ३६- २७ इच मध्यम की लम्बाई निकल आई। यहा पर एक बात ध्यान मे रसनी चाहिये कि लम्बाई से आन्दोलन निकालने मे तो स्वरान्तर का पडज को आन्दालन सस्या मे गुणा करना होगा और जय आन्दोलन से लम्बाई निकाली जायगी तब पडज की लम्बाई मे उस स्वरान्तर का भाग देना होगा। इस प्रकार मालुम होगा कि तार की लम्बाई और स्वर की आन्दोलन सख्या का सम्बन्ध विल्कुल उल्टा है। लम्बाइ घटेगी तो नाद या आवाज ऊँची होगी, जैसे सा की लम्बाई ३६३च है पसी २४ इच ही रह गई। सा से प की आवाज तो ऊँची हो गई किन्तु लबाई कम हो गई। इसके विरद्ध सर ऊँचा होता है तो आन्दोलन सरया बढती है और स्वर नीचा होता है तो आन्दोलन सख्या कम होती है। जैसे सा की आन्दोलन सरया २४० है और पसी पढकर ३६० हो गई।