पृष्ठ:समाजवाद और राष्ट्रीय क्रान्ति.pdf/१४५

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कार का अन्तिम रूप फासिज्म और उसके जंगली कारनाम हैं । संसार की प्रतिक्रियावादी शनियो उन्नति और प्रगति के मार्ग में रोड़े अटका रही हैं । वे स्वभावतः अपना अस्तित्व बनाये रखने और अपनी श्रायु बढ़ाने के लिए आतुर हैं और इसलिए वे ऐसे उपायों का सहारा लेती हैं जो नितान्त जंगली ही कहे जा सकते है | अतः हम सामाज्य- बाद के समर्थक नहीं है। ऐसा कहने से मेरा तात्पर्य यह नहीं है कि हम ब्रिटिश जनता से हूँप करते हैं । नहीं मुझे तो ब्रिटिश लोगों से प्रेम है और मैं चाहता है कि भारतवामी उनके गुणों को अपने भीतर धारण करे। मेरा विरोध व्यवस्था में है व्यनियों से नहीं । हम घृणा को लेकर नहीं चले। हमारा ब्रिटिश जनता से कोई झगड़ा नहीं । ब्रिटिश जनता हमारे ऊपर शासन भी नहीं कर रही है बल्कि अार्थिक शक्ति सम्पन्न एक छोटा सा वर्ग वस्तुतः शामक वर्ग है। में एक बार और कह दूँ कि कांग्रेस ब्रिटिश सामान्यबाद न करने पर तुली हुई है । हाँ यदि सम्भव हो और हमारे हितों के लिए अनिवार्य हो तो हम ब्रिटेन मे मैत्रीपूर्ण सम्बन्ध बनाये रखना चाहते हैं परन्तु हमें अपनी इच्छाओं और अाबश्यकताओं के अनुसार अपने भाग्य- निर्णय की प्रग स्वाधीनता होनी चाहिये । दूसरी बात जिग पर मैं जोर देना चाहता हूँ वह हैं विधान- परिषद के प्रति हमाग रुख । एक विपक्षी महानुभाव ने एक संशोधन बहुत छोटा मा पेश किया है। वे एक शब्द बढ़ाना चाहते हैं और वह शब्द है अविलम्ब उनकी बात बहुत हो नमू और मधुर प्रतीत होती है और वे चाहते हैं कि हम उसे मान लें । परन्तु यदि आप ध्यान से देखेंगे तो आपको पता लगेगा कि यह संशाधन उतना सरल नहीं है जितना प्रतीत होता है। इस एक शब्द से ही उम सारे मर्म पर पानी फिर जायमा जो इस प्रस्ताव के पीछे है । हम यह नहीं साँचा:गलत