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भेंट : 'नेटाल एडवर्टाइजर' के प्रतिनिधिसे

प्रेरित करें, जिन्हें एक कौमकी हैसियत से अपनी भलाई के लिए सीखना जरूरी है। इसमें भारत और उपनिवेशका इतिहास, निर्व्यसनता, आदि विषय रहेंगे।

क्या कांग्रेसका सदस्य बननके लिए और भी किसी योग्यता की आवश्यकता होती है?

जी हाँ। सदस्य में अंग्रेजी भाषामें लिखने और पढ़ने की योग्यता होनी चाहिए। परन्तु इधर कुछ समय से इस शर्त का पालन कड़ाईसे नहीं किया जा रहा है।

कांग्रेसकी आर्थिक स्थिति कैसी है?

संस्थाके पास इस समय १९४ पौंडकी रकम नकद है। इसके अलावा अमगेनी रोडपर एक जायदाद भी है। मैं चाहता हूँ कि मेरी अनुपस्थितिमें यह रकम १,१०० पौंड हो जाये। और यह मुश्किल नहीं है। इससे संस्थाकी नींव काफी मजबूत हो जायेगी ।

राजनीतिक दृष्टिसे कांग्रेसका रुख क्या है?

राजनीति में वह अधिक प्रभाव नहीं डालना चाहती। उसका उद्देश्य अभी तो यही है कि सन् १८५८ की घोषणा में दिये गये वचनोंपर अमल हो। भारतमें भारतीयोंकी जो मान-मर्यादा है वह उपनिवेश में भी उनको प्राप्त हो जाये तो हम समझ लेंगे कि कांग्रेसका राजनीतिक उद्देश्य सफल हो गया। किसी दूसरे दलपर वह हावी नहीं होना चाहती।

उपनिवेश में भारतीय मतदाताओंकी संख्या क्या है ?

मतदाता नामावली में २५१ भारतीय नाम हैं, जब कि यूरोपीय मतदाताओंकी संख्या ९,३०३ है। भारतीय मतदाताओंमें से १४३ डर्बनमें हैं। और अगर कांग्रेस अपनी पूरी ताकत लगा दे तो भी वह अन्य २०० से अधिक मतदाता नहीं बना सकती। हमारी सारी महत्त्वाकांक्षा यही है कि उपनिवेशमें भारतीयोंकी भी वही मान-मर्यादा हो जो यूरोपीयोंकी है। हाँ, योग्यताकी कसौटी जो चाहें रख दें। और अगर आप चाहें तो जायदाद-सम्बन्धी शर्त भी ऊँची कर सकते हैं। हम खुश ही होंगे। परन्तु जो भी शर्त रखें, सब कौमोंके लिए समान हो।

आपका आगेका कार्यक्रम क्या रहेगा ?

वही, जो अबतक रहा है। कांग्रेस इसी प्रकार सारे उपनिवेशमें, भारत में और इंग्लैंड में भी साहित्य द्वारा और समय-समयपर जनता के सामने आनेवाले प्रश्नोंके सम्बन्धमें समाचारपत्रोंमें लेखों आदि द्वारा भारतीयोंके दुखड़ोंका प्रकाशन करती रहेगी और इस कामके लिए धन-संग्रह भी करती रहेगी। अबतक अपनी सभाओं में कांग्रेस समाचारपत्रोंके प्रतिनिधियोंको निमन्त्रित नहीं करती थी। किन्तु उसने निश्चय किया है कि अब वह कभी-कभी उनको भी अपनी सभाओं में बुला लिया करेगी और अपने प्रयत्नोंके समाचार उनको दे दिया करेगी। कांग्रेसकी इच्छा यह थी कि वह ऐसा करनेके पहले अपने संगठनको स्थायित्व प्रदान कर दे। मैं एक भूल सुधार करना चाहता हूँ। मुझे जो मानपत्र दिया गया है उसमें लिखा है कि कांग्रेसके विभिन्न

 

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