पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 10.pdf/६३५

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सांकेतिका

अंगद, ३९३ अंग्रेज, १०, १७, ४१; अंग्रेजों, के भारतीय वन जानेपर उनका भारतमें समावेश, ३८; -को भारत से निकालनेके कारण, १४; ने डॉक्टरी विद्यासे भारतपर अपना शिकंजा कसा, ३३ अंग्रेजी राज्य, -को बंग-भंगसे बहुत बड़ा धक्का, ११ अंग्रेजी शिक्षण, के बिना काम चलानेका समय नहीं, ५६; -से दम्भ, द्वेष, अत्याचार में वृद्धि, ५५ अंग्रेजी सत्ता, की मुख्य कुंजी उसकी अदालतें, ३३ अंजुमन इस्लाम सोसाइटी, ११२ पा० टि० अखिल भारतीय मुस्लिम लीग, १११, १५५-५६, १६३, ५०० अजीतसिंह, सरदार, १३ पा० टि० अधिनियम : केप प्रवासी अधिनियम, २०१ ट्रान्सवाल अधिनियम पन्द्रह, १९०७, ४८२, ५२३ ट्रान्सवाल एशियाई पंजीयन अधिनियम (१९०७ का अधिनियम -२), ७५ पा० टि०, १२४, १२५, निराकृत, ३८६; -से छोटाभाईंके पुत्रको प्रवेशका अधिकार मिलना सम्भव, ३८७ ट्रान्सवाल एशियाई पंजीयन संशोधन अधिनियम, (१९०८का अधिनियम ३६), ३८६, ३९८, ४३०, ४४०-४२, ४४४, ४४५, ४५१, ४५८, ४५९, ४८३, ५०२, ५१३; -रद नहीं होगा, ४५७; -की व्याख्या ३८८; -के अनुसार अर्जियाँ देनेका अधिकार, ३६७; -के अनुसार छोटाभाईके पुत्रको प्रवेशका अधिकार मिलनेकी सम्भावना समाप्त, ३८७; के अन्तर्गत पंजीयन प्रमाणपत्र पेश न करनेपर गिरफ्तारी सम्भव, ४१८; के मातहत निर्वासित भारतीय निषिद्ध प्रवासी, ३७९; के रद न होनेसे शिक्षित भारतीयोंको भी प्रवेशकी अनुमति नहीं, ४८२; में एशियाई नाबालिग बच्चोंका संरक्षण समाप्त, ३८९; में संरक्षणके अधिकारकी रक्षा नहीं, ३८७ ट्रान्सवाल प्रवासी प्रतिबन्धक अधिनियम, ७५, १२४, १२५, ४२०, ५०८; -में कड़ी शैक्षणिक परीक्षा द्वारा प्रवेश रोकना सम्भव, ३५५; -से रंग-भेद हटा दिया जायेगा, ३८७ थोक व्यापारी और खुदरा व्यापारी अधिनियम, १०७ पा० टि० ४३०, ४४०-४२, ४४४, ४४५, ४५७, ४६४, ४६७, ४९१, ५०६; - १९०८ के अधिनियम ३६ से रद, ३८९, ३९८; - रद होनेकी आशा, ३८५; -ही दक्षिण आफ्रिकामें एशियाइयोंके कष्टोंकी जड़, २८१-८२; के अन्तर्गत छोटाभाइके मुकदमेंके सम्बन्ध में न्यायाधीशोंकी राय, ४८६-८७; के अन्तर्गत नाबालिग बच्चोंका पंजीयन कराना आवश्यक, ३१९; के अन्तर्गत रजिस्ट्रारको प्रमाणपत्र देनेका अधिकार, ३९९; के रद होनेपर भारतीयोंने अपने अनुमतिपत्र जला दिये, ३५४; को रद करनेकी जनरल स्मट्सकी शर्त, १२५, को रद करनेके लिए सत्याग्रह जारी, ४९१; - को रद करनेमें सरकार असफल, ३५४; -को वापस ले लेना सत्याग्रह समाप्त करनेकी शर्त, ३७०; -से उपलब्ध संरक्षणका अधिकार अधिनियम ३६ से अभ्यादेश : ऑरेंज फ्री स्टेट एशियाई अध्यादेश, ४५७-५०१ अनाक्रामक प्रतिरोध, देखिए सत्याग्रही अन्टु दिस लास्ट, ६५

दक्षिण आफ्रिका अधिनियम में रंगदार लोग. आंशिक रूपमें मताधिकारसे वंचित, १७७ नेटाल विक्रेता परवाना अधिनियम, १२९, २०१; संशोधनके बावजूद भारतीयोंके लिए एक स्थायी संकट, ३२७; में किया गया फेरफार महत्त्वहीन, १७७; - में संशोधन, ९७, १०४ नेटाल विश्वविद्यालय अधिनियम, १३३ समाचारपत्र अधिनियम के अन्तर्गत गुजरात अखबारको नोटिस, २२७