परिशिष्ट ५६७ इच्छासे में चिन्तित भी हूँ । पर मन्त्रियोंका कहना है कि ये विचार श्री फिशरके हैं, उनके नहीं। श्री गोखले परवानेके सवाल और ३ पौंडी करको कहीं ज्यादा महत्व देते प्रतीत होते थे । ३. ३ पौंडी करके विषय में प्रधानमन्त्रीने मुझे बताया कि उनकी रायमें नेटालमें बहुत ज्यादा विरोध होनेकी सम्भावनाके बावजूद श्री गोखलेकी रायको मान्य कर सकना मुमकिन होगा । श्री गोखलेने जो कुछ कहा उससे मैं यह जान सका हूँ कि प्रधानमन्त्रीने उन्हें सन्तोषजनक आश्वासन दिया है । ४. परवानेके सवालपर मुश्किल पैदा होनेकी सम्भावना है, किन्तु इस समय मेरी राय में सारा ध्यान प्रवासी विधेयकको पास करनेकी तरफ लगाना सर्वोत्तम होगा । मुझे पूरा इत्मीनान है कि प्रधानमन्त्री और जनरल स्मट्स उसे पास करानेके लिए सचमुच उत्सुक हैं। श्री गोखलेने भारतको स्थितिके बारेमें जो थोड़ी-बहुत अविवेकपूर्ण भाषाका प्रयोग किया, उससे उत्पन्न उत्तेजना शायद धीरे-धीरे समाप्त हो जायेगी । ५. श्री गोखलेने, श्री अलेक्जेंडर सहित जो विधेयक के विरोधियोंके समर्थक थे, यूनियनिस्ट दलके अधिकांश प्रभावशाली सदस्योंसे भेंट की है। इन सबसे उन्होंने इस आशयका सन्तोषजनक वचन प्राप्त कर लिया है कि विधेयक सदनमें आनेपर वे उसका समर्थन करेंगे । सोमवारको लारेंको माक्विससे रवाना होनेसे पहले उन्होंने सर टॉमस स्मार्टसे भेंट करनेका कार्यक्रम बनाया था । ६. [ संसदके ] पिछले सत्र में विधेयकका द्वितीय वाचन बहुत विलम्बसे किया गया था। विरोधी दल्के नेताओंकी खामोशी, और सामान्य सदस्योंमें से कुछ लोगोंके दृढ़ विरोधने विधेयक के भाग्यका निर्णय कर दिया था । ७. मैं यह नहीं मान सकता कि [ संसदके ] अगले सत्र में यूनियनिस्ट पार्टी जनरल बोथा और उनके सहयोगियोंको, साम्राज्यके सर्वोच्च हितको ध्यान में रखते हुए, दक्षिण आफ्रिकामें उन तमाम शिकायतोंको दूर करनेके उनके प्रयत्नमें अपना समर्थन देनेसे फिर इनकार कर देगी जिनके कारण भारत में भारी उपद्रव और खतरेकी स्थिति उत्पन्न होती रहती है। यदि विरोधी दलके नेता अगले सत्र में साम्राज्य के प्रति अपना कर्तव्य करें और यदि मन्त्रिगण विधेयकको जल्दी ही पेश करनेका अपना वादा पूरा करें, तो कोई कारण नहीं है कि फिरसे वही खेदजनक विफलता हाथ लगे । ८. श्री गोखलेने संव-सरकारके सौजन्य और सद्भावके प्रति और सभी सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा दक्षिण आफ्रिकामें उनके ठहरनेकी पूरी अवधि-भर उनके आराम और सुविधाके लिए किये गये प्रबन्धके लिए कृतज्ञता व्यक्त की । ९. भारत में उतरनेके बाद वे यथाशीघ्र अपनी रिपोर्ट लॉर्ड हार्डिजको देंगे, जो निःसन्देह यथासमय आपको प्रेषित कर दी जायेगी । आपका, ग्लैडस्टन गवर्नर-जनरल कलोनियल ऑफिस रेकर्ड्स (सी० ओ० ५५१/३० ) । Gandhi Heritage Portall
पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 11.pdf/६०५
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