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१. भेंट : 'बॉम्बे क्रॉनिकल' के प्रतिनिधिको

जनवरी ९, १९१५

९ जनवरी, १९१५को, जिस दिन गांधीजी विदेशसे भारत आये, उनसे 'बॉम्बे क्रॉनिकल' के प्रतिनिधिने भेंट की। भेंटमें उन्होंने कहा :

यह कहनेकी आवश्यकता नहीं कि लगातार १३ वर्ष तक और कुल मिलाकर लगभग पच्चीस वर्ष तक भारतसे बाहर रहनेके बाद हम पति-पत्नी, दोनों अपनी प्यारी मातृभूमिके फिरसे दर्शन करके अत्यन्त प्रसन्न हुए हैं और जनताने हमारा जो प्रेमपूर्वक और हार्दिक स्वागत किया, उससे हमारी खुशी और भी बढ़ गई है। -- हम अभिभूत हो गये हैं। मैं चाहता हूँ कि भविष्यमें हम अपने व्यवहारसे इस स्वागतकी अपनी पात्रता सिद्ध करें।

जैसा कि लोग जानते हैं, मैंने अपने कई देशभाइयोंके साथ अधिकारियोंको लिख कर भेजा था कि हमें युद्धमें सेवा करनेका अवसर दिया जाये। हम लोगोंकी सेवाएँ स्वीकार भी कर ली गई । फिर मैंने चाहा था कि मुझे ऐसे अस्पतालोंमें से किसीमें सेवाके लिए भेजा जाये जो घायल भारतीय सैनिकोंके लिए निर्धारित कर दिये गये हैं। किन्तु दुर्भाग्यवश में उस समय प्लूरिसीसे पीड़ित था, इसलिए विभिन्न विभागोंके अधि- कारी (कमांडिंग अफसर) मुझे किसी भी अस्पतालमें भेजनेके लिए तैयार नहीं हुए। इसी बीच मेरी पत्नीका एक पुराना रोग फिर उभर आया । भारत-उपमन्त्रीने यह खबर पाते ही तत्काल मुझे पत्र लिखा कि आखिर मेरा सब कार्य दलके संगठनकी हद तक तो समाप्त हो ही चुका है और फिर हम दोनों बीमार भी हैं, इसलिए हमें तुरन्त भारत लौट जाना चाहिए। इसीसे हम जरा पहले यहाँ आ गये।

मैं जानता हूँ कि जनता दक्षिण आफ्रिकाकी स्थितिके सम्बन्धमें कुछ जानना चाहेगी। इस सम्बन्धमें तो मैं फिर वही कहूँगा, जो पहले कई बार कह चुका हूँ; अर्थात्, जिन मुद्दोंको लेकर सत्याग्रह किया गया था, वे सभी पूर्णतः स्वीकार कर लिये गये हैं। यह सफलता उस महत्त्वपूर्ण सहायताका परिणाम है जो हमें अपने नेक वाइसरायसे और माननीय श्री गोखलेके नेतृत्व में भारतकी उदार जनतासे मिली। मुझे यह स्वीकार करना चाहिए कि वहाँके मंत्री बहुत ही निश्छल थे और उन्होंने हमारे संघर्षके पीछे जो भावना काम कर रही थी, उसे समझां था । जैसा कि आप जानते हैं, जनरल स्मट्सने रेलवे

१. देखिए खण्ड १२, पृष्ठ ५१९

२. चार्ल्स रॉबर्ट्स ।

३. लॉर्ड हार्डिज ।

४. गोपाल कृष्ण गोखले (१८५६-१९१५); शिक्षा शास्त्री और राजनयिक; देखिए, खण्ड २,पृष्ठ ४१७ ।

५. जे० सी० स्मट्स (१८७०-१९५०); दक्षिण आफ्रिकी जनरल और राजनयिक, बादमें प्रधानमन्त्री ।

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