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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय
अप्रैल ११: अहमदाबादके कमिश्नरसे भेंट की; वड़ौदमें भाषण।
अप्रैल १२ से पूर्व: अप्रैल १२ को कमिश्नरकी सभामें भाग लेने के लिए अहमदाबादकी जनताके नाम परिपत्र जारी किया।
अप्रैल १२: कमिश्नरने गांधीजीकी सहायतासे आयोजित २,००० किसानोंकी सभामें भाषण दिया।
गांधीजीने कमिश्नरके भाषणके कारण उत्पन्न गलतफहमीको दूर करनेके लिए भाषण दिया।
नडियादकी सभा में भाषण देनेके बाद बम्बईके लिए रवाना।
अप्रैल १३: बम्बईमें राजस्व मण्डलके सदस्यों, सर कारमाइकेल, सर न० गो० चन्दावरकर और दूसरे लोगोंसे खेड़ाके सम्बन्धमें भेंट की।
अप्रैल १५: नडियाद से ‘बॉम्बे क्रॉनिकल’ को पत्र लिखकर कमिश्नरके भाषणके कारण उत्पन्न गलतफह्मीको दूर किया।
अप्रैल १६: ओडमें, संगठित होकर सरकारका विरोध करने की आवश्यकतापर, भाषण दिया।
अप्रैल १७: कमिश्नरके भाषणके विषयमें ‘बॉम्बे क्रॉनिकल’ को लिखे अपने पत्रके मुद्दोंका विस्तार करते हुए एक पत्रक प्रकाशित किया। दंतेली और चिखोदरामें सत्याग्रहियोंके समक्ष भाषण।
अप्रैल १८: बोरसद ताल्लुकाके रास गाँवमें गये; किसानोंके समक्ष भाषण।
अप्रैल २०: कस्तूरबा और अन्य लोगोंके साथ आनन्द ताल्लुकेके कासर, अजरपुरा और सामन्था गाँवों में गये; वहाँ किसानोंकी सभाओंमें भाषण दिये।
अप्रैल २२: बोरसद ताल्लुकेमें पालज और सुणाव गाँवोंमें किसानों के समक्ष भाषण।
अप्रैल २३: बम्बई जाते समय कस्तूरबाको पत्रमें लिखा “तुम्हें मगनलालको माँ जैसा सुख देना है। ... मेरे कामका उत्तराधिकार लेनेके लिए अभी तो वही योग्य है।” बम्बईके नागरिकोंकी सभामें खेड़ा सत्याग्रहके सम्बन्ध में भाषण। लगानकी वसूली फौरन बन्द करने या किसानोंके कष्टोंकी निष्पक्ष जाँच करवाने के लिए तिलकने प्रस्ताव रखा।
अप्रैल २४: गांधीजी बम्बईसे दिल्ली रवाना।
सरकारने खेड़ाकी स्थितिपर समाचारपत्रोंमें वक्तव्य प्रकाशित किया।
अप्रैल २५: उत्तरी क्षेत्रके मामलतदारोंको आज्ञा दी गई कि जो लोग लगान देनेमें असमर्थ हैं उनसे वसूली न की जाये।
वाइसरायने दिल्लीमें युद्ध-सम्मेलनका उद्घाटन किया।
अप्रैल २६: सर क्लॉडहिलको पत्र लिखा और युद्ध सम्मेलन या उसकी किसी समितिमें शामिल होनेसे इनकार किया।
अप्रैल २७: वाइसरायसे भेंट करनेके बाद युद्ध सम्मेलनमें शामिल होना स्वीकार किया। तिलकने युद्ध-सम्मेलनमें आनेका निमन्त्रण अस्वीकार किया।
अप्रैल २८: युद्ध-सम्मेलन में हिन्दी में बोले; सर विलियम विन्सेंटसे भेंट।
अप्रैल २९: युद्ध-सम्मेलनमें भरतीके प्रस्तावका समर्थन किया।