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पत्र : एस्थर फैरिंगको


भी तरह ओढ़ा जा सकता हो, तो मैं ओढ़ लूं और तुम्हें जीवन भरके लिए आये हुए दुःखसे मुक्ति दिला दूं। तुम मेरे लिए पुत्रीके समान ही हो, तुम मुझे जैसे चाहो, वैसे पत्र लिख सकती हो। समय-समयपर लिखती ही रहना । बा तुम्हें आशीर्वाद कहलाती है ।

बापूके आशीर्वाद

[ गुजरातीसे ]
महादेवभाईनी डायरी, खण्ड ५

९०. पत्र : एस्थर फैरिंगको[१]

बम्बई
जनवरी २५, १९१९


प्रिय एस्थर,

तुम्हारा प्रश्न बहुत ही उचित है और में यथाशक्ति विस्तारसे उसका उत्तर देनेकी कोशिश करूँगा । किसी बातको करने या न करनेका पक्का निश्चय करनेका ही नाम 'व्रत' है । मुक्ति सेनाके[२] सदस्यगण आत्मसंयमके सप्ताहमें मुरब्बा या अन्य कोई खाद्य पदार्थ एक निश्चित समय तक न खानेका व्रत लेते हैं । लेंटके दिनोंमें रोमन कॅथॉलिक ईसाई कुछ परहेज रखते हैं । यह भी व्रत ही है । इन सब बातोंमें एकसे ही परिणामों की अपेक्षा की जाती है, यानी आत्माकी शुद्धि और अभिव्यक्ति । ऐसे संकल्प करके हम शरीरको वशमें करते हैं। देह पार्थिव है, जड़ है, आत्मा चेतनामय है। जड़ और चेतनके बीच आन्तरिक संघर्ष हो रहा है। जड़की चेतनपर विजय हो जाये तो आत्माका विनाश हुआ समझना चाहिए। यह तो सभी जानते हैं कि जिस हदतक हम शरीर सुखका भोग करेंगे और आत्माकी उपेक्षा करेंगे उसी हदतक यह विनाश होगा । शरीर अथवा जड़ तत्त्वका भी उपयोग तो है ही । वही आत्माकी अभिव्यक्तिका साधन है । किन्तु यह परिणाम तभी प्राप्त किया जा सकता है, जब शरीरका उपयोग आत्मो-

  1. यह पत्र गांधीजीने एस्थर फैरिंगके निम्न पत्रके उत्तरमें लिखा था : " क्या हम अपने चरित्रको बलवान् बनानेके लिए व्रत लेते हैं ? क्या ईश्वर हमसे कुछ व्रत करनेकी आशा रखता है ? क्या कोई व्रत घातक नहीं हो सकता ? बापू, मैं आपसे पूरी श्रद्धापूर्वक पूछती हूँ, क्योंकि मैं इस प्रश्नको और अच्छी तरह समझना चाहती हूँ। मेरा विश्वास है कि आप इस समय जो कष्ट सहन कर रहे हैं उससे ईश्वर भी दुःखी है, हालाँकि आप सुखपूर्वक कष्ट सहन कर रहे हैं। किन्तु यदि ईश्वर पिता है, और यदि ईश्वर शुद्ध प्रेम है, तब उसके बच्चे अपने ऊपर ऐसे बोझ लाद लें जिन्हें वहन करनेको उनसे अपेक्षा नहीं की जाती तो क्या उसे दुःख नहीं पहुँचता ? यदि आप मुझे व्रतके और गूढ़ अर्थ समझा सकेँ तो उससे मुझे अपने जीवनमें सहायता मिलेगी ।"
  2. साल्वेशन आर्मी या मुक्ति सेनाकी स्थापना १८८० में विलियम बूथने को थी । यह संगठन धार्मिक कोटिके सहायता कार्य करता है।