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होमरूल लीगकी शाखाओंको परिपत्र

कामको सफल बना सके। जहाँ कार्यकर्त्ता पर्याप्त संख्यामें न हों, वहाँ कौंसिलोंके बहिष्कारको प्राथमिकता देनी चाहिए, क्योंकि असहयोगके इस हिस्सेके सम्बन्धमें आगामी दिसम्बरके मध्यसे पहले ही कुछ कर दिखाना है।

पण्डित मोतीलाल नेहरू
मो॰ क॰ गांधी
व॰ झ॰ पटेल
(एक अलग टिप्पणीकी शर्त सहित)[१]

अंग्रेजी प्रति (एस॰ एन॰ ७२६६) की फोटो-नकलसे।

 

१६१. तार : शौकत अलीको[२]

[२३ सितम्बर, १९२० या उसके बाद]

खुद तो जाना नहीं चाहता। यदि आप समझते हैं कि उद्देश्यको लाभ पहुँचेगा तो जानेको राजी हूँ। महीनेके अंततक मुझे विश्रामकी आवश्यकता है।

अंग्रेजी प्रति (एस॰ एन॰ ७२६८) की फोटो-नकलसे।

 

१६२. होमरूल लीगकी शाखाओंको परिपत्र

अखिल भारतीय होमरूल लीग
३०५/०९, मसजिद बंदर रोड
माण्डवी
बम्बई
[२५ सितम्बर, १९२० के पूर्व]

सेवा में
अध्यक्ष एवं मंत्रिगण
होमरूल लीग शाखा
प्रिय महोदय,

अखिल भारतीय होमरूल लीग द्वारा कलकत्तेकी अपनी आम बैठकमें पास किये गये प्रस्तावके अनुसार हम कांग्रेसके विशेष अधिवेशनमें पास किये गये असहयोग प्रस्तावको कार्यान्वित करनेके लिए निम्नलिखित हिदायतें भेज रहे हैं:

  1. देखिए परिशिष्ट १ ।
  2. यह शौकत अली द्वारा २३ सितम्बर, १९२०को बम्बईसे भेजे गये तारके जवाबमें था। शौकत अलीने अपने तारमें कहा था : "२७ तारीखको जफर अली खाँके मामलेकी सुनवाई है, इसलिए पंजाब खिलाफत समिति चाहती है कि आप तत्काल वहाँ पहुँच जायें।..."