पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 19.pdf/५३३

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
५०५
भाषण : बेजवाड़ा नगरपालिका पार्षदोंके समक्ष


विश्वास करती है कि जिन कार्यकर्त्ताओंके कार्य-कलापोंपर सरकार किसी तरहकी बन्दिश लगा दे, उनका स्थान नये कार्यकर्ता ग्रहण करेंगे और आम लोग ऐसे आदेशोंसे हतोत्साह या भयभीत होनके बजाय कांग्रेसके प्रस्तावके अनुसार अनुसन्धान, संगठन और निर्माणका अपना कार्य जारी रखेंगे।

प्रस्ताव ३

पंचायतोंके संगठन कार्य में जो तेज प्रगति हुई है उसके लिए अ० भा० कां० क० समितिको बधाई देती है और विश्वास करती है कि जनता सरकारी अदालतोंका बहिष्कार करनेके लिए और अधिक कोशिश करेगी।

प्रस्ताव ४

अहिंसात्मक असहयोग आन्दोलनमें अन्तर्निहित आत्मशुद्धिके सिद्धान्तके प्रति देशने स्वयंस्फूर्त उत्साह दिखाते हुए मद्यपानकी बुराईके विरुद्ध जो अभियान शुरू किया, उसके लिए यह कांग्रेस कमेटी उसे बधाई देती है और विश्वास करती है कि आत्मत्यागो कार्यकर्ताओंके दृढ़ और अनवरत प्रयत्नोंसे मादक पेयों तथा द्रव्योंके सेवनकी आदत देशसे बिलकुल उठ जायेगी ।

[ अंग्रेजी से ]

हिन्दू, १-४-१९२१

२५६. भाषण : बेजवाड़ा नगरपालिका पार्षदोंके समक्ष[१]

१ अप्रैल, १९२१

महात्मा गांधीने [ मानपत्रका ] समुचित उत्तर देते हुए कहा : स्वराज्य प्राप्तिके लिए जरूरी है कि नगरपालिकाएँ कांग्रेसकी नीतिको अपनायें। स्वराज्यकी स्थापनाके लिए देशके सामने जो कार्यक्रम है, नगरपालिकाएँ यदि सक्रिय रूपसे उसका समर्थन करें तो बड़ा लाभ होगा। नडियाद, अहमदाबाद और सूरतको देखिए।[२] मेरा आपसे अनुरोध है कि आप तिलक स्वराज्य-कोषके लिए चन्दा इकट्ठा करें तथा कांग्रेस समितियोंको संगठित करनेमें सहायता दें ।

[ अंग्रेजीसे ]

हिन्दू, ४-४-१९२१


  1. १. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटीके सभास्थल, 'म्यूजियम हॉल' में नगरपालिका परिषद्के अध्यक्ष द्वारा भेंट किये गये मानपत्रके उत्तरमें ।
  2. २. गुजरातके इन तीनों नगरोंमें नगरपालिकाओंने सरकारी नियन्त्रणका विरोध किया था ।