मेरे मन में ऐसी कोई आशंका नहीं है।
कैदियोंके बारेमें आपके क्या विचार हैं ? कमसे कम जो १५,००० व्यक्ति इस आशासे कि स्वराज्य शीघ्र प्राप्त होगा, जेल गये हैं उनके बारेमें आपका क्या विचार है ? क्या केवल यही एक प्रश्न उन्हें रिहा करानेके लिए आपको किसी तरहका प्रतिरोध ढूँढनेके लिए बाध्य न करेगा ?
गोरखपुरकी दुर्घटना से बात बदल गई है। फिलहाल कांग्रेसको कैदियोंका बलिदान अवश्य करना होगा। गोरखपुर के जनसाधारण के कुकृत्योंके लिए उन्हें अवश्य कष्ट उठाना होगा ।
क्या आप समझते हैं कि सविनय अवज्ञा अनिश्चित कालतक मुल्तवी रखनेसे जनताका जोशीला अंश बेकाबू नहीं हो जायेगा ?
मुझे आशा है कि नहीं होगा । यदि हठधर्मी लोग बेकाबू होंगे, तो इससे कांग्रेस अनुशासनकी कमी जाहिर होगी और इसीलिए सामूहिक सविनय अवज्ञा मुल्तवी करनेका औचित्य साबित होगा ।
क्या आप नरम दलवालों से आशा करते हैं कि वे पर्याप्त संख्या में कांग्रेसके साथ सहयोग करेंगे ?
निश्चय ही मैं आशा करता हूँ कि बहुतेरे नरम दलवाले लोग अब कांग्रेसके साथ मिलकर काम करने के इस अवसरको हाथसे न जाने देंगे ।
जब सविनय अवज्ञा शुरू करनेका समय आयेगा तब क्या आप उसे बारडोलीमें आरम्भ करनेकी आशा रखते हैं ?
यदि कभी सविनय अवज्ञा शुरू करने की जरूरत हुई तो निश्चय ही मैं समझता हूँ कि यह सम्मान बारडोलीको दिया जायेगा । किन्तु मेरा खयाल है कि तबतक न केवल बारडोली बल्कि अन्य अनेक स्थान आत्मत्यागके लिए तैयार हो जायेंगे ।
बॉम्बे क्रॉनिकल, १८-२-१९२२