यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
२००
सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय
९ दिसम्बर, रविवार
- आज मोटलेका पहला भाग समाप्त किया तथा दूसरा पढ़ना शुरू किया। राजम् अय्यरका 'वेदान्त-भ्रमण' बुधवारको समाप्त किया।
- बुधवारको गीजोका 'हिस्ट्री ऑफ सिविलिजेशन इन फ्रांस, भाग—२' समाप्त किया तथा तीसरा भाग पढ़ना शुरू किया।
- आज 'स्याद्वादमंजरी' समाप्त की। 'उत्तराध्ययन सूत्र' पढ़ना शुरू किया। फल न खानेका प्रयोग चल रहा है। मंगलवारसे दूधके साथ थोड़ी रोटी खानी शुरू की। दो रतल वजन बढ़ गया है आज ९९ रतल हो गया है।
१५ दिसम्बर, शनिवार
गीजो समाप्त किया तथा 'रोज़ीकुशियन मिस्ट्रीज' पढ़ना शुरू किया।
१६ दिसम्बर, रविवार
आज मोटलेका दूसरा भाग समाप्त किया तथा तीसरा पढ़ना शुरू किया।
२३ दिसम्बर, रविवार
- मंगलवारको मथुरादास और रामदास मिलने आये।
- बुधवारको रमाबाई रानडे[१] आईं।
- सुपरिटेंडेंट के कहने पर मिलने आनेके लिए हरिलालको[२] पत्र लिखा।
- मंगलवार की शामसे फिरसे फल खाने शुरू कर दिये। पिछले रविवारको मेरा वजन कम होकर ९६ रतल ही रह गया था, इससे सुपरिंटेंडेंट भी घबड़ा गया। गुरुवारसे शहद लेना शुरू कर दिया तथा रोटीकी मात्रा बढ़ाकर आठ औंस कर दी।
- आज वजन ९९ रतल हो गया।
- बुधवारको 'रोज़ीकुशियन मिस्ट्रीज' समाप्त की तथा प्लेटो पढ़ना शुरू किया। आज हजरत उमरकी जीवनी समाप्त की तथा मौलाना शिबलीका 'अल-कलाम' तथा 'वुडरुफका'[३] 'शाक्त और शक्ति' पढ़ना शुरू किया। मोटले समाप्त किया।
३० दिसम्बर, रविवार
'उत्तराध्ययन सूत्र' समाप्त किया। 'भगवतीसूत्र' पढ़ना शुरू किया। वुडरुफका 'शाक्त और शक्ति' समाप्त की।
- गुरुवारको प्लेटोके संवादका पहला भाग समाप्त किया तथा दूसरा पढ़ना शुरू किया।
- गुजराती प्रति (एस॰ एन॰ ८०३९) से।