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३१०. पत्र : परसरामको
चैत्र शुल्क ४ [८ अप्रैल, १९२४]
चि॰ परसराम,
तुमारा खत मीला। मैंने कुछ तार तो कान्फरेंसमें भेजा था। कुछ परिणाम आया? अब तुमारा काम नियमबद्ध होगा।
बापुके आशीर्वाद
परसराम मेहरोत्रा
स्पिनिंग स्कूल
फीलखाना
कानपुर
- मूल पत्र (जी॰ एन॰ ८७७९) की फोटो नकल तथा सी॰ डब्ल्यू॰ ६२०२ से। सौजन्य : परशुराम मेहरोत्रा
३११. तार : के॰ नम्बूद्रीपादको
अन्धेरी
[८ अप्रैल, १९२४ या उसके पश्चात्][१]
मेनन माधवन्को गिरफ्तारीपर बधाई। लड़ाई अन्ततक चलाये जानेकी आशा करता हूँ।
गांधी
- अंग्रेजी पत्र (एस॰ एन॰ १०२७०) की फोटो-नकलसे।
- ↑ यह के॰ नम्बूद्रीपादके ८ अप्रैल, १९२४ को प्राप्त निम्न तारके उत्तर में दिया गया था : "अय्यर बन्धुओंकी बात ठीक नहीं। आन्दोलन आज पुनः आरम्भ केशव मेनन, माधवन् सत्याग्रह करके गिरफ्तार। दूसरे जत्थे प्रतिदिन जायेगे।"