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तार : च॰ राजगोपालाचारीको

शक्तियोंको एक स्थानीय आन्दोलनपर सक्रिय रूपसे केन्द्रित करना असम्भव नहीं तो कठिन जरूर मालूम हो रहा है। फिर भी मुझे आशा है कि मद्रास अहाते के नेतागण इस आन्दोलनको समुचित नेतृत्व के अभाव में ठंडा नहीं पड़ने देंगे। जॉर्ज जोजेफको उनकी गिरफ्तारी से पूर्व इस आशयका एक तार[१] भेजा गया था कि अनशन बन्द कर दिया जाये। चूँकि तारके बाद भेजा गया पत्र[२] उन्हें मिल जाना सम्भव नहीं दीख पड़ रहा है, इसलिए मैं उसे प्रकाशनार्थ दे रहा हूँ। मेरी स्थिति क्या है, इसका परिचय उससे मिल जायेगा। हालकी घटनाओंसे उसमें फर्क नहीं पड़ा।

[अंग्रेजीसे]
हिन्दू, १४-४-१९२४
 

३३९. तार : च॰ राजगोपालाचारीको

[अन्धेरी
१३ अप्रैल, १९२४ या उसके पश्चात्][३]

तार मिला। यदि स्वास्थ्य ठीक रहे तो आप जायें जरूर परन्तु विशेष रूपसे गिरफ्तार होनेके लिए नहीं बल्कि आन्दोलनको सुव्यवस्थित रूप देनेके लिए। आप दीवान के साथ बातचीत करें। अगर दूसरे नेता शामिल हो सकें तो उन्हें भी निमन्त्रित कीजिए। आखिर स्थितिको आपसे ज्यादा कौन जानता है। अगर जरूरी हो तो देवदास आपकी सेवामें प्रस्तुत है।

गांधी

अंग्रेजी प्रति (एस॰ एन॰ १०२७९) की फोटो-नकलसे।
  1. देखिए "तार : जॉर्ज जोजेफको", ११-४-१९२४।
  2. देखिए "पत्र : जॉर्ज जोनेफको", १२-४-१९२४।
  3. यह चक्रवर्ती राजगोपालाचारीके इस आशयके तारके उत्तरमें भेजा गया था कि जोजेफ गिरफ्तार हो गये हैं और उन्होंने तार द्वारा अनुरोध किया है कि मैं उनका स्थान ग्रहण करूँ। इसपर उन्होंने गांधीजीकी सलाह माँगी। तार गांधीजीको १३ अप्रैल, १९२४ को मिला था।