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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

प्रश्न: आपने फिर क्या किया?

उत्तर: हम खुले मैदानमें इकट्ठे हो गये और डिप्टी कमिश्नर टाउन हालमें चला गया। अधिकारी और दूसरे लोग भी मौजूद थे। उन्होंने मुझे अन्दर बुलाया; लेकिन भीड़के लोगोंने कहा कि वे खुले मैदानमें बातचीत सुनना चाहते हैं।

प्रश्न: क्या आप शिष्टमण्डलके नेता थे?

उत्तर: हाँ, मैं नेता था। और उनकी मर्जीके मुताबिक मैंने भी कहा कि हमें खुलेमें ही बातचीत करनी चाहिए। आखिर डिप्टी कमिश्नर दूसरे अधिकारियोंके साथ बाहर आया और उसने लोगोंको सम्बोधित करके पूछा, 'मुझसे कौन बातचीत करेगा?' सबने मिलकर मेरा नाम पेश किया। मैने डिप्टी कमिश्नरसे बातचीत की और पूछा, "आपने जीवनदासको समयसे पहले क्यों रिहा कर दिया। इससे लोग उत्तेजित हो गये हैं, इसलिए आप उनसे बातचीत करके उनकी उत्तेजनाको दूर करें।" उन्होंने जवाब दिया कि मैंने उसे इस खयालसे जमानतपर रिहा कर दिया है कि निश्चित तारीखको बहुत ज्यादा लोग आयेंगे और अपराधी शायद संकटमें पड़ जाये। मैंने कहा, "आपको जो करना था वह आपने किया, लेकिन अब लोगोंकी माँग है कि पुस्तिकाके प्रकाशक-अपराधीको जेल भेजा जाये और ऐसा तभी हो सकता है जब हमारी मौजूदगीमें हमें सन्तुष्ट करने के लिए कोई कार्रवाई शुरू की जाये।" डिप्टी कमिश्नरने इसे मंजूर कर लिया और असिस्टेंट कमिश्नरसे कहा कि वह जीवनदासके मामलेको अपने हाथमें ले और कार्रवाई शुरू कर दे। इसके बाद, जैसा मैंने पहले बताया, सारी भीड़ अदालतके भीतर पहुँच गई।

प्रश्न: क्या डिप्टी कमिश्नरका हुक्म भीड़को बता दिया गया था?

उत्तर: मेरी बातचीतके उत्तरमें डिप्टी कमिश्नरका जो भी जवाब होता था मैं उसी वक्त उसे भीड़को बता देता था। अन्तमें मैंने भीड़से कहा, "डिप्टी कमिश्नरने आपकी माँग मंजूर कर ली है। इसके बाद कुछ लोग तो तितर-बितर हो गये, और जो बाहरसे आये थे वे अपने घरोंको चले गये। बाहरसे मेरा मतलब नगरपालिकाके क्षेत्रमें बसे गाँवोंसे है। कुछ लोग अदालत चले गये।

प्रश्न: क्या इन लोगोंके हाथोंमें लाठियाँ और कुल्हाड़ियाँ भी थीं?

उत्तर: कुछ लोगोंके पास छड़ियाँ थीं और कुछके पास बाँसकी लाठियाँ। एक या दोके पास उस जगहके रिवाजके मुताबिक कुल्हाड़ियाँ भी थीं। सरहवी इलाकेमें लोग शौकिया कुल्हाड़ियाँ लिये रहते हैं।

प्रश्न: क्या किसीके पास बन्दूक नहीं थी?

उत्तरः बन्दूक किसीके पास नहीं थी। अगर बन्दूक होती तो डिप्टी कमिश्नर भीड़में न आता।

प्रश्न: यह कार्रवाई कब समाप्त हुई थी?

उत्तर: यह १२ बजे दोपहरको समाप्त हुई।