पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 26.pdf/४११

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२०९. तार: डब्ल्यू० एच० पिटको

मद्रास
२४ मार्च, १९२५

पुलिस कमिश्नर,
त्रिवेन्द्रम

तारके[१]लिए धन्यवाद। अठारह तारीखके अपने पत्रकी शर्तोंपर समझौता सम्पन्न होने और उसके पालनकी हिदायतका तार वाइकोम भेज रहा हूँ। विश्वास है प्रतिबन्ध वापसीके आदेशके बाद मेरे पत्रमें सुझाई अन्य कार्रवाइयाँ की जायेंगी।

गांधी

अंग्रेजीके मसविदे (एस० एन० २४५६) से।

२१०. तार: के० केलप्पन नायरको

मद्रास जाते हुए
२४ मार्च,१९२५

केलप्पन नायर
सत्याग्रह आश्रम
वाइकोम

अठारह तारीखके पत्रकी सरकार द्वारा स्वीकृति तारसे मिल गई। ७ अप्रैलसे आदेश वापस लिया जायेगा और बाड़ और सन्तरी हटा दिये जायेंगे। अभी जितने सत्याग्रही हैं कताई जारी रखें या अपनी-अपनी जगह जमे रहें; लेकिन बाड़ और सन्तरी हटानेके आदेशके बावजूद सीमा रेखा किसी भी सूरत में न लाँघी जाये। आज अहमदाबाद जा रहा हूँ। आगेका हाल तारसे वहीं भेजें।


गांधी

अंग्रेजी मसविदे (एस० एन० २४५६) से।

१. २३ मार्च, १९२५ को (एस० एन० १३२६८ एम०) दिया गया डब्ल्यू० एच० पिटका तार इस प्रकार था: "१८ तारीखके आपके पत्रके सन्दर्भ में। तार द्वारा आपकी स्वीकृति मिलते ही मंगलवार, ७ अप्रैलसे प्रतिबन्धक आदेश वापस ले लिया जायेगा। कृपया वाइकोमके सत्याग्रहियोंको उसी दिनसे समझौतेके पालनका निर्देश दें।"