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१५२. तार : सरोजिनी नायडूको

[खुलना
१७ जून, १९२५]

सरोजिनी नायडू
हैदराबाद

कल दार्जिलिंगमें देशबन्धु नहीं रहे। ईश्वरका विधान कौन जान या मेट सकता है। यदि इस क्षतिकी पूर्ति करनेमें तुम अपनी समूची शक्ति लगाना चाहती हो तो तुमको स्वास्थ्य-लाभके अपने कार्यक्रममें व्यवधान नहीं पड़ने देना चाहिए।

गांधी

अंग्रेजी प्रति (एस॰ एन॰ १०६४४) की फोटो-नकलसे।

 

१५३. तार : शौकत अलीको[१]

[खुलना
१७ जून, १९२५]

शौकत अली

देशबन्धु गये। ईश्वरकी इच्छा। वही सर्वशक्तिमान है।

गांधी

अंग्रेजी प्रति (एस॰ एन॰ १०६४४) की फोटो-नकलसे।

 
  1. साधन-सूत्रमें गांधीजीके अक्षरोंमें सूचना है : मुहम्मद अलीको ऐसा ही तार दें और उसमें "मौलाना अबुल कलामको सूचित करें" इतना जोड़ दें।