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१७५. भेंट : 'सर्चलाइट' के प्रतिनिधिसे
[२४ जून, १९२५ से पूर्व]
लॉर्ड रीडिंग और लॉर्ड बर्कनहेडके बीच इंग्लैंडमें हुई बातचीतके परिणामसे जब श्री गांधीको अवगत कराया गया, तो उन्होंने कहा:
मुझे तो लगता है कि यह विवरण ठीक ही होगा। क्यों कि मैंने इससे बेहतर किसी चीजकी आशा ही नहीं की थी। फिर भी, इससे भारतमें खलबली मचेगी और न केवल स्वराज्य दल, वरन् सभी दलोंकी भावनाओंको गहरी चोट पहुँचेगी। व्यक्तिगत रूपसे मेरी समझमें नहीं आता कि भारतीयकरण काफी आगे बढ़ गया है, इसका अर्थ क्या है।
[अंग्रेजीसे]
सर्चलाइट, २४-६-१९२५
सर्चलाइट, २४-६-१९२५
१७६. तार : सुशीलकुमार रुद्रको
२४ जून, १९२५
सुशीलकुमार रुद्र,
सोलन
सोलन
आपकी पूर्ण मानसिक शान्तिके लिए मेरी दुआएँ और मेरा हार्दिक स्नेह आपके साथ हैं। कितनी खुशीकी बात है कि चार्ली आपके साथ हैं।[१]
गांधी
मूल अंग्रेजी प्रति (सी॰ डब्ल्यू॰ ६०४८) से।
सौजन्य : श्रीमती सुशीलकुमार रुद्र
- ↑ प्रिंसिपल रुद्रका ३० जूनका देहावसान हो गया था। देखिए "एक खामोश समाज सेवी", ९-७-१९२५ ।