पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 27.pdf/५३४

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
५०२
सम्पूर्ण गांधी वाङ्मयं

१७ जुलाई : स्वराज्यवादी दलकी महापरिषद्को बैठकमें कहा कि यदि स्वराज्यवादी कताई सदस्यताको समाप्त करना ही चाहते हैं तो मैं उनकी माँगको मान लूँगा, लेकिन फिर कांग्रेसकी अध्यक्षतासे त्यागपत्र दे दूँगा।

१९ जुलाई : मोतीलाल नेहरूको बेलगाँव समझौतेके समस्त दायित्वोंसे मुक्त करते हुए पत्र लिखा।

२४ जुलाईसे पूर्व : कलकत्तामें मारवाड़ी अग्रवाल सम्मेलनमें दिये भाषणमें बाल-विवाहकी निन्दा की।

२४ जुलाई : क्रिस्टोदास पालकी पुण्यतिथिके अवसरपर युनिवर्सिटी इन्स्टीट्यूटमें आयोजित सभामें भाषण दिया।

ग्रैंड होटलमें हुई यूरोपीय संघकी बैठकमें भाषण देते हुए कलकत्ताके मेयरके चुनावमें अपने हस्तक्षेपका स्पष्टीकरण किया।

२७ जुलाई : 'फॉरवर्ड' को दिये सन्देशमें लोकमान्यकी स्मृतिका सम्मान करनेके हेतु कातने और खद्दर पहननेका अनुरोध किया।

२८ जुलाई : कलकत्तामें यंग मैन्स क्रिश्चियन एसोसिएशनमें ईसाई धर्मप्रचारकोंके समक्ष भाषण दिया।

२९ जुलाई : वेलेजली स्कवेयरमें हुई आंग्ल-भारतीयोंकी सभामें भाषण दिया।

३१ जुलाई : कलकत्ताकी सार्वजनिक सभामें हिन्दू-मुस्लिम एकता तथा गरीबीको दूर करनेके लिए चरखा कातनेकी आवश्यकतापर जोर दिया।