पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 29.pdf/४७४

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
४४८
सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय


कोढ़के लक्षण नजर आ रहे हैं। उनके मुँहपर ओठोंके पास एक बड़ा-सा सफेद दाग पड़ गया है। यह सूचित करनेका कष्ट कीजिए कि इस तेलकी सुई लगानेसे क्या इस बीमारी में कुछ लाभ हो सकता है, कृपा होगी। यहाँके डाक्टर उन सज्जनके लिए कुछ भी करनेमें असमर्थ हैं।

हृदयसे आपका,

सुपरिटेंडेंट

कुष्ठाश्रम

पुरुलिया (बिहार)

अंग्रेजी प्रति (एस० एन० १४०९१) की माइक्रोफिल्मसे।

१८५. पत्र : धीरेन्द्रनाथ दासगुप्तको

साबरमती आश्रम

१० फरवरी, १९२६

प्रिय मित्र,

आपका पत्र मिला। अ० भा० च० संघकी बैठक इस मासकी २६ वीं तारीखको होगी। मेरा ख़याल है, आपके प्रार्थनापत्रपर तभी विचार किया जायेगा। मेरे दौरेका कार्यक्रम स्थगित कर दिये जानेके फलस्वरूप संघकी अर्थ-व्यवस्थामें गतिरोध आ गया है और उन प्रार्थनापत्रोंके लिए जो इस समय हाथमें हैं, धन बहुत थोड़ा रह गया है। इसलिए हो सकता है कि आपको सहायता देनेमें कोई अपरिहार्य कठिनाई आ जाये।

मेरी ताकत धीरे-धीरे फिर लौट रही है।

हृदयसे आपका,

श्रीयुत धीरेन्द्रनाथ दासगुप्त

विद्याश्रम

कुलनारा पोस्ट

(सिलहट)

अंग्रेजी प्रति (एस० एन० १४०८९) की माइक्रोफिल्मसे।