पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 3.pdf/१७८

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मा . ६९. हिसाबका ब्योरा' [दिसम्बर २७, १८९९ के बाद ] श्री गांधीके लाये वाहकोंको (दिया) स्वयंसेवकों अवैतनिक कार्यकर्ताओं-को नहीं । संख्या पद नाम अवधि दिन दर प्रति रकम संख्या सप्ताह १३ से २० ८ २०/- 22 " " ४२. " 23 " 3) ५. " " " " १. रात-पहरेदार गुलाबभाई २. देसाई प्रागजी दयाल डाह्याभाई मो० गोविन्दजी प्रेमजी ६. नागर रतनजी ७. दूलभभाई प्रागजी ८. डाह्याभाई दाजी वाहक पेरुलामल १०. लेखराज ११. पेरमल " 21 १-५-० १- ५-० १- ५-० १-५-० १- ५ - ० १- ५-० १-५-० १-२-१० १-२-१० १-२-१० " 32 37 " ग " 22 " 70 " 2) " " " १२ -११-२ हिसाब संलग्न-फुटकर बँटवारा ५-१३-४ पौं० १८-४-६ १७-१६-१० - घटाया दोनों पेरुमलको आपने जो दिया २-५-८ आपके चेकसे शेष आपका पावना १५ -११-२ १८-४-६ २-१३-४ १८-४-६ दफ्तरी अंग्रेजी प्रतिकी फोटो-नकल (एस० एन० ३३५९) से। १. यह ब्योरा गांधीजीके एक साथीने तैयार किया था। गलतीसे उसने पौं० १-२-१० के साधारण हिसाबसे ११ वाहकोंका मिहनताना लगाया (देखिए, उदाहरण) । इसमें फुटकर बँटवारे के पौं०५-१३-४ जोड़कर कुल पौं० १८-४-६ की मांग की गई और यह रकम सरकारसे वसूल कर ली गई । गांधीजीने हिसाबमें कुछ गलतियाँ निकालीं और उन्हें ठीक करके बताया कि पौं०२-१३-४ की रकम सरकारको वापस करनी चाहिए । यह ब्योरा सही हिसाबका है। २. यह और इसके बादकी कम-संख्याएँ भूलसे अशुद्ध ही रह गई थीं। Gandhi Heritage Portal