नानाभाई तो सदाके रोगी हैं। दमेकी बीमारीमें गिरफ्तार हैं। इतनेपर भी उनके मुखपर तो शान्ति ही विराज रही है।
बापूके आशीर्वाद
गुजराती (जी॰ एन॰ ३६३८) की फोटो-नकलसे।
५२. पत्र: रामदास गांधीको
अकोला
मौनवार [७ फरवरी, १९२७]
तुम्हारे पत्र मिल रहे हैं। तुम अपना स्वास्थ्य खूब अच्छा कर लेना। यहाँ आज हम गोमतीबहन, किशोरलाल भाई तथा तुलसी मेहरजीके पास हैं। नाथजी भी यहीं हैं।
बापूके आशीर्वाद
दौरेकी तारीखें?[१]
इसके बादका कार्यक्रम मैं नहीं जानता।
गुजराती (जी॰ एन॰ ६८५३) की फोटो-नकलसे।
५३. पत्र: वी॰ ए॰ सुन्दरम्को
८ फरवरी, १९२७
मुझे खुशी है कि आप देवदासके पास हैं। वहाँ रहनेसे उसे अवश्य लाभ होगा। सावित्रीके गलेके कौवोंका ऑपरेशन आपको बिना देर-दार किये करवा देना चाहिए। आप प्रति सप्ताह कविताएँ भेजनेमें अनियमित हो गये थे। मुझे खुशी है कि अब आपने फिर उसे शुरू कर दिया है।
आपका,
बापू
अंग्रेजी (जी॰ एन॰ ३१९८ ) की फोटो नकलसे।
- ↑ यहाँ नहीं दी जा रही हैं; इसके लिए देखिए "पत्र: मीराबद्दनको", ७-२-१९२७।