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तार : जमनालाल बजाजको

फिर आपने कहा है कि आप अपना पेट साफ करनेके लिए हर रोज कमसे- कम ५ गैलन पानीका प्रयोग करते हैं और जबतक पानी बिलकुल साफ और स्वच्छ रूप में बाहर नहीं आने लगता तबतक इसे जारी रखते हैं । आपने यह भी कहा है। कि जब आपका वजन बहुत बढ़ जाता है तब आप ऐसा करते हैं। पानी के प्रयोगसे आपका क्या अभिप्राय है ? क्या यह एनिमा है अथवा जब आप दिनमें एक बार भोजन कर रहे होते हैं तब भी ५ गैलन पानी पीते हैं? यदि आप पानी पीते हैं तो इसे पेशाब के रास्ते बाहर निकालते हैं अथवा पाखाने के रास्ते ? मेरा और मेरे जिन मित्रोंने लम्बे अर्सेतक उपवास किया है, उनका अनुभव तो यह है कि उपवास करने पर, एनिमा लेनेके अलावा और किसी भी स्थिति में, पानीको पाखानेके रास्ते से बाहर नहीं निकाला जा सकता; उसे तो पेशाब के रास्तेसे ही निकालना पड़ता है । शायद आप जानते होंगे कि उपवास अथवा आहार-सम्बन्धी समस्त प्रयोगोंमें, चाहे वे स्वास्थ्य के लिए किये जाते हों अथवा आध्यात्मिक विकासके लिए, मेरी गहरी अभिरुचि है ।

हृदयसे आपका,

प्रोफेसर डब्ल्यू ० ल्यूतॉस्तॉवस्की
जेजीलोन्स्का७ एम० २, विलनो
( पोलैंड)

अंग्रेजी (एस० एन० १२५१३) की फोटो - नकलसे ।

२६७. तार : जमनालाल बजाजको

[ ६ अगस्त, १९२७ को अथवा उसके पश्चात् ][१]

जमनालालजी

सत्याग्रहाश्रम

साबरमती

१४ तारीखको इलाहाबाद में होनेवाली हिन्दी सम्मेलनकी बैठक में तुम्हारी उप- स्थिति अनिवार्य समझता हूँ । तुम्हें अन्य सदस्योंसे भी जानेके लिए कहना चाहिए ।

बापू

अंग्रेजी (एस० एन० १५१७२) की फोटो नकलसे।

  1. साधन-सूत्र में गुजराती में लिखी एक टिप्पणीसे प्रकट होता है कि यह तार उसी दिन भेजा गया था जिस दिन अगले दो तार भेजे गये ।