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७९. टॉल्स्टॉय-शताब्दी

टॉल्स्टॉयके साहित्यके सम्बन्धमें अंग्रेजीमें श्री एल्मर मॉडसे ज्यादा प्रामाणिक लेखक दूसरा कोई नहीं है। वे लिखते हैं:

"यह जानते हुए कि आपकी दिलचस्पी टॉल्स्टॉयमें है, मैं आपके पास एक गश्ती चिट्ठीकी प्रति भेज रहा हूँ। यह गश्ती चिट्ठी टॉल्स्टॉय समितिके सदस्योंको अभी भेजी गई है और इसके साथ बर्नार्ड शाके एक पत्रकी नकल भी भेजी गई है।

हम इस बात के लिए बहुत उत्सुक हैं कि यह शताब्दी-संस्करण सभी सार्वजनिक पुस्तकालयोंमें रहे और इसके प्रकाशनसे टॉल्स्टॉयके परिवारके सदस्योंको हम सहायता भी दे सकें। टॉल्स्टॉयके परिवार के सदस्य रूसी क्रान्तिके बादसे मुसीबतम हैं।

यदि आपको इस संस्करणका उल्लेख पुस्तकालयों अथवा भारतके पुस्तकालयोंकी समितिके सदस्योंसे करनेका अवसर मिले तो टॉल्स्टॉय सोसाइटीकी समिति आपकी बहुत ऋणी होगी।"

मैं टॉल्स्टॉय सोसाइटीकी छपी हुई सूचनामें से निम्न अंश यहाँ देता हूँ : इसकी मन्त्रिणी कुमारी एल० ई० इलियट, लेडी वेल हाउस, ग्रेट बेडो, चैम्सफोर्ड, इंग्लैंड हैं।

कोई भी व्यक्ति पौंड १-१-० देकर टॉल्स्टॉय सोसाइटीका सदस्य और २ शिलिंग ६ पेंस का न्यूनतम चन्दा देकर सह-सदस्य बन सकता है।

[ अंग्रेजीसे ]
यंग इंडिया, १-३-१९२८

८०. गोरक्षा सम्बन्धी साहित्यकी सूची

ऊपर दी हुई सूची श्रीयुत वा० गो० देसाई ने गोरक्षाके प्रश्नके सम्बन्धमें उपलब्ध साहित्यका विस्तृत अध्ययन करनेके बाद तैयारकी है। यह सूची अखिल भारतीय गोरक्षा संघके उद्देश्योंके अनुसार बनाई गई है। हम यह नहीं कहना चाहते कि गो- प्रेमियोंके लिए इस सारे साहित्यका अध्ययन आवश्यक है अथवा यह सारा साहित्य मूल्यवान भी है। सूचीका उद्देश्य दिलचस्पी रखनेवाले विद्यार्थीको सहायता देना है।

[ अंग्रेजीसे ]
यंग इंडिया, १-३-१९२८

१. प्रकाशन सम्बन्धी सूचना और टाल्स्टाय शताब्दी संस्करणकी कीमत यहाँ नहीं दी जा रही है।

२. सूची यहाँ नहीं दी गई है।