पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 36.pdf/३०४

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३०५. तार : छगनलाल गांधीको

[ २३ अप्रैल, १९२८ ]

मगनलालका सवेरे पटनामें देहावसान हो गया । राधा तुरन्त वापस आ जायेगी । दुःख मनाना उचित नहीं । हमें अपने उपदेशपर अमल करना आना चाहिए । तुम अभी आराम जारी रखो ।

बापू

अंग्रेजी (एस० एन० १४६५१) की फोटो-नकलसे ।

३०६. तार : जमनादास गांधीको

[ २३ अप्रैल, १९२८ ]

जमनादास गांधी

द्वारा जीवनलाल कं०
कन्सारा चाल
कालबादेवी

बम्बई

२३ अप्रैल, १९२८

मगनलालका सवेरे स्वर्गवास हो गया । दुःखी होना उचित नहीं। नियत काममें कोई व्यवधान न हो ।

बापू

अंग्रेजी (सी० डब्ल्यू० ८६९७) से ।

सौजन्य : नारणदास गांधी