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तार: मोतीलाल नेहरूको

उनकी आवश्यकताओंको देखकर हो तय करेंगे। और यदि इन लोगोंकी पत्नियाँ भी गाँवों में काम करनेके लिए तैयार होंगी, तो उनकी वृत्ति बढ़ा दी जा सकती है। आपको इन सभी कार्यकर्ताओंसे खादी, अस्पृश्यता, नशाबन्दी इत्यादिकी प्रतिज्ञाएँ भी करानी चाहिए और हिन्दीका ज्ञान वांछनीय होगा―यह कहनेके बजाय आपको हिन्दी अनिवार्य बना देनी चाहिए। मैं तो समझता हूँ कि भली भाँति हिन्दी न जानने-वाले लोगोंको भरती करने से आपको साफ इनकार कर देना चाहिए। आपका यह कथन बिलकुल सही है कि आपका कार्यक्षेत्र संयुक्त प्रान्त रहेगा। फिर किसी ऐसे विद्यार्थीको भरती करके आप अपनी कठिनाई क्यों बढ़ायें जो हिन्दी भली भाँति न जानता हो।

मैं अभी तुरन्त इस योजनाको प्रकाशित नहीं कर रहा हूँ। और मैं इसे जब भी प्रकाशित करूँ आप यह उम्मीद तो नहीं ही करते कि मैं इसे पूरा-का-पूरा प्रकाशित करूँ। मुझे बतलाइए कि इस योजनाको मंजूरी मिल गई है या नहीं और यह चालू कर दी गई है या नहीं। यदि ऐसा हो चुका हो तो मैं ‘यंग इंडिया’ के पृष्ठों में सहर्ष इसकी चर्चा करूँगा।

आशा है, आप दोनों भले-चंगे होंगे और आपका काम ठीक चल रहा होगा।

हृदयसे आपका,

अंग्रेजी (एस॰ एन॰ १३७०३) की माइक्रोफिल्मसे।

 

३९१. तार: मोतीलाल नेहरूको

१२ अक्टूबर, १९२८

मोतीलाल नेहरू
इलाहाबाद

आपके बुखारकी बात सुनकर दुःख हुआ। अपनी और कमलाकी भी हालत तार द्वारा सूचित कीजिए।

गांधी

हस्तलिखित अंग्रेजी मसविदे (एस॰ एन॰ २४५६) से।