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पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 5.pdf/२२६

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२००. पत्र : टाउन क्लार्कको

जोहानिसबर्ग
फरवरी १०, १९०६

सेवामें

टाउन क्लार्क
जोहानिसबर्ग

महोदय,

मेरे संघका ध्यान जोहानिसबर्ग ट्रामवे प्रणालीके प्रबन्धककी कुछ सिफारिशोंकी ओर आकर्षित किया गया है कि जो उन्होंने रंगदार लोगों द्वारा बिजलीकी ट्रामोंके उपयोगके सम्बन्धमें नगर परिषदसे उसकी मंजूरीके लिए की है।

मेरे संघका खयाल है कि इन सिफारिशोंको करते वक्त प्रबन्धकने रंगदार लोगोंकी, विशेषतः ब्रिटिश भारतीय समाजकी, जिससे मेरे संघका सम्बन्ध है भावनाओंका कोई ध्यान नहीं रखा है । मेरा संघ अनुभव करता है कि इन सिफारिशोंका उद्देश्य ब्रिटिश भारतीयोंकी जरूरत पूरी करना नहीं है। यदि रंगदार नौकर अपने मालिकोंके साथ यात्रा करते समय ट्रामोंकी छतोंका उपयोग कर सकते हैं तो यह समझना बहुत कठिन है कि दूसरे रंगदार लोग उनका उपयोग क्यों नहीं कर सकते । विशेष ट्रामगाड़ियां चलानेका सुझाव व्यावहारिक नहीं है, क्योंकि तब रंगदार लोगोंको उसी प्रकारकी सेवा उपलब्ध न रहेगी जिसका उपयोग यूरोपीय समाज करेगा। मेरे संघकी विनम्र सम्मतिमें यह सिफारिश बहुत ही अपमानजनक है कि मामूली ट्रामोंके पीछे रंगदार लोगोंके उपयोगके लिए और पार्सलें ढोनेके लिए छकड़े जोड़ दिये जायें। मेरा संघ निवेदन करता है कि ट्रामोंके उपयोगके संबंध में ब्रिटिश भारतीयोंको वे ही सुविधाएँ प्राप्त करनेका अधिकार है जो जोहानिसबर्गकी दूसरी जातियोंको प्राप्त हैं। साथ ही, मेरा संघ द्वेषभावके वर्तमान अस्तित्वको पूरी तरह स्वीकार करता है और इसलिए सुझाव देता है। कि ट्रामोंका भीतरी भाग केवल यूरोपीयोंके लिए सुरक्षित कर दिया जाये। इससे छतें दूसरी जातियोंके लिए रह जायेंगी। असलमें तो, ट्रामगाड़ियोंके भीतरी भागों में भी विभाग क्यों न बनायें जायें, इसका कोई कारण नहीं।किन्तु यदि वे न बन सकें तो, मेरे संघका विश्वास है, ऊपर दिया गया सुझाव नगर परिषद द्वारा मंजूर कर लिया जायेगा मैं यह उल्लेख कर दूँ कि इस समय जैसी स्थिति है, रंगदार लोग नगरपालिकाकी ट्रामोंका उपयोग करनेके लिए कानून द्वारा पूरी तरह स्वतन्त्र हैं । वे ट्रामोंका उपयोग नहीं करते, इसमें केवल उनकी सहनशीलता ही बाधक है ।

आपका आज्ञाकारी सेवक,
अब्दुल गनी
अध्यक्ष,
ब्रिटिश भारतीय संघ

महाप्रबन्धककी जिन सिफारिशोंका ऊपर उल्लेख किया गया है वे निम्नलिखित हैं :

१. रंगदार लोग जब घरेलू नौकर हों और अपने मालिक या मालकिनके साथ हों तो उनको उन्हीं गाड़ियोंमें यात्रा करने दी जाये जिनमें गोरे लोग करते हैं और यह Gandhi Heritage Portal