पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 6.pdf/१७८

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१४५. पत्र: जोज़ेफ़ किचिनको

[होटल सेसिल लन्दन]
नवम्बर ९, १९०६

प्रिय श्री किचिन,

आपके कृपापत्रका उत्तर देने में मैंने जानबूझ कर देर की है, क्योंकि मेरी गतिविधि बड़ी अनिश्चित थी।

आगामी बुधवारको आपके साथ भोजन करनेमें मुझे बड़ी ही प्रसन्नता होगी। मैं सायंकाल ६-४५ पर चेर्यारंग क्रॉसमें रेलगाड़ी पकडूँगा।

यदि आपके लिए असुविधाजनक न हो तो उस समय स्टेशनपर मिल सकते हैं। मैंने मार्गदर्शिका नहीं देखी है, परन्तु मेरा विश्वास है कि मुझे टिकट मुख्य स्टेशनपर मिलेगा।

आपका सच्चा,

श्री जोज़ेफ़ किचिन
"इंगलनुक"
ब्रेकले रोड
बेकेनहम

टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रति (एस० एन० ४५३२) से।

१४६. पत्र: सर विलियम वेडरबर्नको

[होटल सेसिल
लन्दन]
नवम्बर ९, १९०६

प्रिय महोदय,

श्री नौरोजीके सम्मानमें मंगलवार तारीख २० को ९-३० बजे प्रातःकाल आयोजित जलपानके प्रवेशपत्रोंके लिए मैं और श्री अली दोनों कृतज्ञ हैं।

श्री अली और मैं दोनों ही इस दावतमें उपस्थित होना अपने लिए सम्मानकी बात मानेंगे।

आपका विश्वस्त,

सर विलियम वेडरबर्न, बैरोनेट
८४, पैलेस चेम्बर्स
वेस्टमिन्स्टर

टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रति (एस० एन० ४५३३) से।