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१७४. पत्र: कुमारी एफ० विंटरबॉटमको

[होटल सेसिल
लन्दन]
नवम्बर १३, १९०६

प्रिय कुमारी विंटरबॉटम,

यह दुहरानेकी आवश्यकता नहीं कि दक्षिण आफ्रिकामें मेरे देशवासियोंकी दशाके विषयमें आपसे जो अत्यन्त दिलचस्प बातचीत हुई, उससे मुझे कितना आनन्द हुआ है।

लॉर्ड एलगिनको हाल ही में जो दो स्मरण पत्र दिये गये हैं, उनकी प्रतियाँ मैं संलग्न कर रहा हूँ। और सामग्री दक्षिण आफ्रिका वापस पहुँचनेपर ही भेज सकूँगा।

मैंने कल शामको जिन श्री रिचकी बात की थी, वे आपसे समयानुसार मिलेंगे और मामला जैसे-जैसे आगे बढ़ेगा, वैसे-वैसे उससे आपको परिचित कराते जायेंगे।

उपस्करण उधार देनेके विषय में आपने जिन महिलाका जिक्र किया था उनसे बातचीत करनेके लिए आप तैयार हैं, इसलिए मैं आपको धन्यवाद देता हूँ।

आपका सच्चा,

[संलग्न]

कुमारी एफ० विंटरबॉटम[१]
इमर्सन क्लब
१९, बकिंघम स्ट्रीट
स्ट्रैंड, डब्ल्यू०

टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रतिकी फोटो नकल (एस० एन० ४५६५) से।

१७५. पत्र: डॉक्टर जोसिया ओल्डफील्डको

[होटल सेसिल
लन्दन]
नवम्बर १३, १९०६

प्रिय ओल्डफील्ड,

श्री रिच न्यायशालिकों (बेंचर्स) को अर्जी दे रहे हैं कि उन्हें विद्यालयके सत्रोंसे मुक्त कर दिया जाये। एक कारण उन्होंने यह दिया है कि उनके श्वशुर श्री कोहन पागलपनकी हालत में हैं, और उनके हितके लिए यह जरूरी है कि जितनी जल्दी सम्भव हो, वे दक्षिण आफ्रिका चले जायें। श्री कोहनका सबसे अच्छा समय दक्षिण आफ्रिकामें ही बीता है, इसलिए दक्षिण आफ्रिकासे दूर रहना उन्हें बहुत खिन्न करता जा रहा है। श्री कोहनका जल्दीसे-जल्दी

  1. नैतिकतावादी समिति संघकी मंत्री ।