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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

द्वारा दिये गये अधिकारोंको कायम रख सकेंगे, जब कि भारतीय तनिक भी औचित्यके बिना बेदखल कर दिये जायेंगे।

५. ब्रिटिश भारतीयोंके बनाये हुए घर झोंपड़े नहीं हैं, बल्कि बहुत-सी दूसरी इमारतोंकी तरह अच्छे पक्के मकान हैं।

६. यदि अध्यादेश पास हो जाता है, तो यह साम्राज्य सरकार द्वारा किसी नगरपालिकाके ऐसे अधिकारको मंजूर करनेका पहला उदाहरण होगा जिससे कि वह ट्रान्सवालके किसी भी भाग में ब्रिटिश भारतीयोंके निवासके अधिकारोंको, जो उन्हें सर्वोच्च न्यायालयके निर्णयके अन्तर्गत उपलब्ध हैं, कम कर सके। इससे अप्रत्यक्ष रूपसे 'बस्तियों' की ऐसी प्रणालीका जन्म होगा, जिसको, अनुमान है, साम्राज्य सरकार अन्यथा कभी मँजूर न करती।

टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रतिकी फोटो नकल (एस॰ एन॰ ४६३६) से।
 

२६७. पत्र : भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेसकी ब्रिटिश समितिको

[होटल सेसिल
लन्दन]
नवम्बर २७, १९०६

मन्त्री
[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेसकी] ब्रिटिश समिति
८४ व ८५ पैलेस चेम्बर्स
वेस्टमिन्स्टर

प्रिय श्री हॉल,

आपके अधिकारमें उचन्त खातेमें जो शेष रकम पड़ी हुई है वह, ब्रिटिश भारतीय संघकी ओरसे दानस्वरूप समिति के आम खाते में जमा करने की कृपा करें।

आपका सच्चा,

टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रति (एस॰ एन॰ ४६५२) से।